अब तक 10 की मौत, IMD ने जारी की चेतावनी
उत्तर प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर कहर बरपाया है। लगातार हो रही भारी बारिश और आसमान से गिर रही बिजली ने लोगों की जान ले ली है। राज्यभर में अलग-अलग हादसों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज़्यादा नुकसान जौनपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में देखने को मिला है।
जौनपुर: खेत और पेड़ तले मौत
जौनपुर जिले के सुल्तानपुर गौर गांव में बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े किशन (15) और अतुल (13) पर अचानक बिजली गिर गई, जिससे दोनों की मौत हो गई। इसी जिले के नोनारी भुड़कुड़हा गांव में धान के खेत में खाद डाल रहे बहादुर गौतम (50) की भी बिजली गिरने से जान चली गई।
प्रयागराज, मिर्जापुर और सोनभद्र में तबाही
प्रयागराज जिले में तीन लोगों—महेश उर्फ बबलू (20), अभिषेक पटेल (16) और फूलचंद्र पाल (62)—की बिजली गिरने से मौत हो गई।
सोनभद्र जिले के काचन गांव में अंशिका (13) की घर पर गिरी बिजली से मौत हुई, जबकि मिर्जापुर जिले में लकड़ी लेने गई उर्मिला (45) पर बिजली गिर गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
बारिश से हादसे: दीवार ढही, दो की जान गई
भारी बारिश ने कई जगह कच्चे घरों और दीवारों को भी गिरा दिया। सुल्तानपुर जिले के कादीपुर खुर्द गांव में मंगरू (59) दीवार गिरने से मलबे में दबकर मर गए। अमेठी के इंदरिया गांव में तो एक 3 साल का मासूम दिव्यांश भी कच्ची दीवार ढहने से काल का ग्रास बन गया।
राजधानी लखनऊ में मौसम बदला
लखनऊ समेत आसपास के इलाकों में भी तेज बारिश और बिजली के चलते जगह-जगह हादसे सामने आए हैं। मौसम विभाग ने राज्यभर में अलर्ट जारी कर लोगों को खुले मैदान, पेड़ और पानी वाली जगहों से दूर रहने की सलाह दी है।
राहत और मुआवज़े की घोषणा
राज्य सरकार ने हादसों में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। प्रशासन को तुरंत राहत पहुंचाने और पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के मौसम में बिजली गिरने की घटनाएँ सामान्य से कहीं ज़्यादा होती हैं। इसलिए लोगों को घर के अंदर सुरक्षित रहना चाहिए और ऐसे वक्त पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।