‘हैंडशेक विवाद’ में फंसे रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट: कभी जिम्बाब्वे के स्टार, अब ICC के सबसे अनुभवी मैच ऑफिशियल्स में शामिल

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एशिया कप 2025 के भारत-पाकिस्तान मैच के बाद हाथ न मिलाने की घटना ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। भारतीय खिलाड़ियों के इस रवैये पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने कड़ा ऐतराज जताया और इसके लिए मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को जिम्मेदार ठहराया। अब PCB ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) से शिकायत कर रेफरी को हटाने की मांग तक कर दी है। इसी वजह से पाइक्रॉफ्ट अचानक सुर्खियों में आ गए हैं।

क्रिकेट करियर से रेफरी तक का सफर

पाइक्रॉफ्ट ने अपने करियर की शुरुआत रोडेशिया (अब जिम्बाब्वे) की घरेलू क्रिकेट से की। दमदार प्रदर्शन की वजह से उनका सिलेक्शन राष्ट्रीय टीम में हुआ और 9 जून 1983 को उन्होंने नॉटिंघम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे डेब्यू किया।
इसी साल हुए विश्व कप में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 104 रन की पारी खेली, जिसने उन्हें पहचान दिलाई।

  • पाइक्रॉफ्ट ने 1983, 1987 और 1992 तीन वर्ल्ड कप खेले।

  • अपने करियर में कुल 20 वनडे खेले और 17.35 की एवरेज से 295 रन बनाए।

  • टेस्ट डेब्यू भारत के खिलाफ 1992 में हरारे में हुआ। हालांकि उन्होंने सिर्फ 3 टेस्ट खेले और 152 रन ही बनाए।

वो उस ऐतिहासिक मैच का हिस्सा भी रहे, जिसमें कपिल देव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 175* रनों की पारी खेलकर भारत की डूबती नैया को बचाया था।

खिलाड़ी से कोच और फिर रेफरी

1992 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पाइक्रॉफ्ट जिम्बाब्वे टीम के कोच और सिलेक्टर बने। यहां उन्होंने युवा खिलाड़ियों को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई।
मार्च 2009 में ICC एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी में शामिल हुए। अब तक वो 103 टेस्ट, 242 वनडे और 60 T20 इंटरनेशनल मैचों में रेफरी की भूमिका निभा चुके हैं। अनुभव के मामले में वह दुनिया के चौथे सबसे सीनियर मैच रेफरी माने जाते हैं।

विवादों से पुराना रिश्ता

  • कोहली विवाद: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान मेलबर्न टेस्ट में विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी सैम कोंस्टस को धक्का मारा था। इस घटना पर पाइक्रॉफ्ट ने कोहली पर मैच फीस का 20% जुर्माना लगाया।

  • सैंडपेपर गेट: 2018 के केपटाउन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों की बॉल टेम्परिंग कांड के दौरान भी पाइक्रॉफ्ट ही मैच रेफरी थे। उन्होंने तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ पर एक टेस्ट का प्रतिबंध और मैच फीस का 100% जुर्माना लगाया। वहीं, कैमरन बैनक्रॉफ्ट की 75% मैच फीस काटकर तीन डिमेरिट अंक दिए। बाद में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्मिथ और डेविड वॉर्नर को 12-12 महीने और बैनक्रॉफ्ट को 9 महीने के लिए बैन कर दिया।

मौजूदा विवाद

अब एशिया कप में भारत-पाक मैच के ‘हैंडशेक विवाद’ ने उन्हें एक बार फिर चर्चा के केंद्र में ला दिया है। PCB का आरोप है कि रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने इस स्थिति को सही ढंग से नहीं संभाला, इसलिए पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर है। अब यह देखना होगा कि ICC इस मामले में क्या फैसला लेती है।

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