भिवानी की 19 वर्षीय टीचर मनीषा की मौत का रहस्य और गहराता जा रहा है। शुरुआती पुलिस जांच ने जहां इसे आत्महत्या करार दिया था, वहीं अब CBI को हत्या के संकेत मिले हैं। एजेंसी ने हत्या की FIR पहले ही दर्ज कर रखी है और अब नए-नए मोड़ सामने आ रहे हैं।
तीन पोस्टमॉर्टम, फिर भी गुत्थी उलझी
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मनीषा के शव का अब तक तीन बार पोस्टमॉर्टम हो चुका है – भिवानी सिविल अस्पताल, रोहतक PGI और दिल्ली AIIMS में।
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शुरुआती दो रिपोर्ट सार्वजनिक हुईं, लेकिन AIIMS की रिपोर्ट को गुप्त रखा गया।
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AIIMS टीम ने मनीषा के आंतरिक अंगों (बिसरा) के सैंपल सुरक्षित रखे थे।
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अब CBI ने इन फ्रोजन सैंपल को दोबारा AIIMS भेजा है, ताकि सच्चाई साफ हो सके।
CBI की गहन पड़ताल
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3 सितंबर से CBI की टीम भिवानी में डेरा डाले हुए है।
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अब तक मनीषा के घर 4 बार और घटनास्थल 3 बार जाकर जांच की जा चुकी है।
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परिवार और सबसे पहले शव देखने वालों से बार-बार पूछताछ, क्योंकि बयानों में विरोधाभास मिले हैं।
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हर छोटे-से-छोटे एंगल पर जांच हो रही है ताकि कोई सुराग छूट न जाए।
पुलिस बनाम CBI: दो विपरीत कहानियां
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भिवानी पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या बताया था।
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पुलिस का दावा था कि मनीषा ने कीटनाशक खाया और मौके से सुसाइड नोट भी मिला।
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तत्कालीन DGP ने यहां तक कहा था कि गर्दन पर चोट जानवरों द्वारा नोचने से आई।
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लेकिन CBI अब इस पूरी थ्योरी को नकारते हुए हत्या की दिशा में जांच कर रही है।
सबकी नज़रें CBI रिपोर्ट पर
अब सवाल यही है कि क्या CBI इस केस की असली सच्चाई सामने ला पाएगी? क्या मनीषा की मौत आत्महत्या थी या एक सोची-समझी हत्या?
अगली रिपोर्ट इस रहस्यमयी केस का रुख तय कर सकती है।