भिलाई इस्पात संयंत्र ने उद्योग 4.0 को गति देने कार्यबल को “श्नाइडर पीएलसी” विशेषज्ञता से सुसज्जित किया

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भिलाई इस्पात संयंत्र ने उद्योग 4.0 के अनुरूप तकनीकी प्रगति को सशक्त बनाने और परिचालन दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से अपने कार्यबल को नवीनतम “श्नाइडर पीएलसी” विशेषज्ञता से सुसज्जित किया है। लांग रेल परिसर में परिचालन दक्षता को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, लांग रेल टेलफेरों में “श्नाइडर पीएलसी” प्रणालियाँ स्थापित की गई हैं, जिससे भारतीय रेलवे को आपूर्ति हेतु रेल पैनलों की सुचारू एवं दक्ष लोडिंग तथा अनलोडिंग सुनिश्चित हो सके।

इस तकनीकी उन्नयन के अनुरूप, बीएसपी के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग ने रेल मिल इलेक्ट्रिकल के परामर्श से एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया, जिसका उद्देश्य डाउनटाइम को न्यूनतम करना तथा स्वचालन और प्रक्रिया नियंत्रण में संलग्न कर्मियों की तकनीकी विशेषज्ञता को समृद्ध करना है।

श्नाइडर पीएलसी प्रणालियों की व्यावहारिक समझ, प्रचालन सम्बंधित सिस्टम आर्किटेक्चर, डायग्नोस्टिक्स एवं समस्या निवारण तकनीकों पर गहन जानकारी प्रदान करने हेतु आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आरएसएम, यूआरएम, एएंडडी, एसएमएस-3, एसपी-2, बीआरएम और एसएमएस-2 सहित विभिन्न विभागों के 41 प्रतिभागियों ने भाग लिया। वरिष्ठ प्रबंधन की स्वीकृति के उपरांत यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 03 से 20 सितम्बर 2025 तक तीन बैचों में (प्रत्येक बैच चार-दिवसीय) आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने प्रतिभागियों को अपने कौशल को सुदृढ़ करने तथा संयंत्र में उत्पादकता और परिचालन दक्षता में वृद्धि हेतु अर्जित ज्ञान को व्यवहार में लाने में सक्षम बनाया।

इस उच्च-प्रभावी प्रशिक्षण कार्यक्रम ने भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को नवीनतम औद्योगिक स्वचालन से संबंधित ज्ञान और कौशल से सशक्त किया है, जिससे संगठन की निरंतर सीखने, तकनीकी नवाचार और प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता और अधिक सुदृढ़ हुई है।

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