आपका पैसा : दिवाली बोनस कहां लगाएं – खर्च या निवेश?

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दिवाली पर कंपनियां कर्मचारियों को बोनस देकर उनकी खुशियों में चार चांद लगा देती हैं। यह रकम जहां त्योहार की रौनक बढ़ाती है, वहीं इसे समझदारी से इस्तेमाल किया जाए तो यह आपकी आर्थिक सेहत को भी मजबूत बना सकती है।

अक्सर लोग बोनस मिलते ही शॉपिंग और शौक पर पैसा खर्च कर देते हैं। इससे तात्कालिक खुशी तो मिलती है, लेकिन लंबे वक्त के लिए इसका फायदा नहीं हो पाता। तो आखिर दिवाली बोनस का सही इस्तेमाल क्या है?


बोनस का स्मार्ट बंटवारा

विशेषज्ञों का मानना है कि सबसे बेहतर तरीका है कि बोनस को तीन हिस्सों में बांटा जाए—

  1. जरूरी खर्च और कर्ज चुकाने में

  2. सेविंग और इन्वेस्टमेंट में

  3. अपनी और परिवार की छोटी-छोटी खुशियों पर

इससे त्योहार का मजा भी बरकरार रहेगा और आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग भी मजबूत होगी।


सबसे पहले कहां खर्च करें?

  • अगर कोई कर्ज या लोन बाकी है, तो बोनस से पहले उसे कम करना सबसे समझदारी है।

  • इसके बाद रकम का एक हिस्सा फिक्स्ड डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड या गोल्ड जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में लगाना बेहतर है।

  • और हां, त्योहार के जश्न के लिए कुछ पैसा शॉपिंग या शौक पूरे करने पर भी खर्च करना बिल्कुल ठीक है।


उदाहरण: अगर बोनस है…

  • ₹25,000: इस रकम को सही जगह लगाने पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

  • ₹50,000: FD या म्यूचुअल फंड लंपसम में डालने पर अलग-अलग रिटर्न मिलेगा।

  • ₹1,00,000: बड़े निवेश पर लंबे समय में बड़ा रिटर्न पाना संभव है।

(इसे विज़ुअल ग्राफिक से और अच्छे से समझाया जा सकता है।)


इमरजेंसी फंड का विकल्प

अगर आपने अभी तक इमरजेंसी फंड तैयार नहीं किया है, तो बोनस से शुरुआत कर सकते हैं।

  • बैंक खाते में बेस अमाउंट रखकर

  • बाकी रकम ऑटो-स्वीप में डालकर
    आप FD जैसे ब्याज का फायदा उठा सकते हैं और साथ ही जरूरत पड़ने पर फंड भी तुरंत उपलब्ध रहेगा।


क्या सिर्फ शॉपिंग करना सही है?

त्योहार पर शॉपिंग करना बुरा नहीं है। परिवार को खुशियां देना जरूरी है। लेकिन बोनस की पूरी रकम खर्च कर देना समझदारी नहीं है। बेहतर है कि जरूरत और शौक दोनों पूरे करें, पर बाकी रकम सेविंग या निवेश में डालकर भविष्य को भी सुरक्षित बनाएं।


इससे आपको दिवाली की चमक भी मिलेगी और लंबे वक्त तक आर्थिक सुरक्षा भी बनी रहेगी।

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