सोशल मीडिया स्क्रॉल करना हो, वीडियो देखना हो, काम से जुड़ी ईमेल्स पढ़नी हों या ऑनलाइन गेम खेलना, हर काम स्मार्टफोन पर ही पूरा होता है। लेकिन इसकी सबसे बड़ी कीमत हमारी गर्दन और रीढ़ की सेहत चुका रही है। लगातार नीचे झुककर फोन देखने से गर्दन पर दबाव बढ़ जाता है और धीरे-धीरे यह समस्या आपको परेशान कर देती है। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह साधारण दर्द आगे चलकर बड़ी समस्या का कारण बन सकता है।
कैसे स्मार्टफोन कर रहा है गर्दन को कमजोर?
गर्दन की हड्डियां और मांसपेशियां बहुत संवेदनशील होती हैं। जब हम बार-बार लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो गर्दन सामान्य स्थिति से आगे की ओर झुक जाती है। सामान्य तौर पर इंसान का सिर 4 किलो तक का होता है। लेकिन जब हम फोन देखने के लिए सिर को 45 से 60 डिग्री तक झुकाते हैं, तो गर्दन पर यह वजन 25 किलो तक महसूस होता है। यही अतिरिक्त दबाव गर्दन की मांसपेशियों को कमजोर कर देता है और दर्द की शुरुआत होती है।
स्मार्टफोन से होने वाली गर्दन की समस्या के लक्षण
सिर्फ दर्द ही नहीं, बल्कि स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल कई और लक्षण भी पैदा करता है। गर्दन और कंधों में लगातार दर्द या अकड़न, सिरदर्द और चक्कर आना, आंखों में जलन या धुंधला दिखाई देना। पीठ के ऊपरी हिस्से में भारीपन हो सकता है। लंबे समय तक झुककर बैठने पर थकान महसूस होती है। इन लक्षणों को नजरअंदाज करना आगे चलकर सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
गर्दन दर्द से बचने के उपाय
सही पॉश्चर अपनाएं
- फोन का इस्तेमाल करते समय गर्दन को ज्यादा झुकाएं नहीं। कोशिश करें कि स्क्रीन आंखों के लेवल पर रहे।
- सीधे बैठें और पीठ को सहारा दें। लंबे समय तक झुककर फोन देखने से बचें।
हर 20 मिनट पर ब्रेक लें
- लगातार फोन या लैपटॉप देखने की जगह हर 20 मिनट बाद ब्रेक लें।
- साथ ही गर्दन को धीरे-धीरे दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे घुमाएं।
गर्म सिंकाई करें
- अगर दर्द ज्यादा हो तो गर्म पानी की थैली या हीट पैक से गर्दन की सिंकाई करें।
- इससे मांसपेशियों को आराम मिलेगा। खून का संचार बेहतर होगा और दर्द कम होगा।
हल्की एक्सरसाइज करें
- गर्दन घुमाने, शोल्डर रोल और हल्के स्ट्रेच से मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- योगासन जैसे भुजंगासन और ताड़ासन भी गर्दन और रीढ़ की हड्डी के लिए फायदेमंद हैं।
फोन का इस्तेमाल सीमित करें
- बिना जरूरत लंबे समय तक फोन पर स्क्रॉल न करें।
- फोन कॉल्स पर ज़्यादा समय बिताना हो तो इयरफोन या हेडफोन का इस्तेमाल करें।
खानपान से भी मिलती है राहत
- गर्दन दर्द से बचने के लिए संतुलित आहार का होना जरूरी है।
- कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर चीजें (दूध, पनीर, दही, हरी सब्जियां) खाएं।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले फूड्स (अखरोट, अलसी के बीज, मछली) शरीर की सूजन को कम करते हैं।
- पर्याप्त पानी पिएं ताकि शरीर डिहाइड्रेट न हो।
कब लें डॉक्टर की सलाह?
- हाथों में झुनझुनी या कमजोरी महसूस होना
- गर्दन के साथ पीठ और कंधों में तेज दर्द
- लंबे समय तक दवाई और घरेलू उपाय के बाद भी सुधार न होना
स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का हिस्सा है, लेकिन इसका सही इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। लगातार झुककर फोन देखने से न सिर्फ गर्दन कमजोर होती है, बल्कि कई गंभीर समस्याओं की जड़ भी बनती है। सही पॉश्चर, नियमित एक्सरसाइज, ब्रेक लेना और संतुलित खानपान, ये छोटे-छोटे उपाय आपकी गर्दन को लंबे समय तक स्वस्थ और मजबूत बनाए रख सकते हैं।