भारत को 11 साल बाद ICC ट्रॉफी दिलाने वाले कप्तान रोहित शर्मा को अब वनडे टीम की कमान से हटा दिया गया है। शनिवार को जब ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान हुआ तो सबसे चौंकाने वाला फैसला यही रहा। अब युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल को टेस्ट के साथ-साथ वनडे टीम की कप्तानी भी सौंप दी गई है। वह भारत के 28वें वनडे कप्तान बने।
2022 में तीनों फॉर्मेट की फुलटाइम कमान मिलने के बाद रोहित ने 2023 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल तक टीम को पहुंचाया, फिर 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी जितवाई। इसके बावजूद उन्हें 2027 वर्ल्ड कप तक कप्तानी जारी रखने का मौका नहीं मिला। आखिर क्यों? इसके पीछे चयनकर्ताओं के 5 बड़े कारण बताए जा रहे हैं।
कारण 1: वर्ल्ड कप की तैयारी
अगला वनडे वर्ल्ड कप 2027 में अफ्रीका में होगा। चयनकर्ताओं का मानना है कि नए कप्तान को समय रहते जिम्मेदारी देनी जरूरी है ताकि वह टीम को लंबे समय तक समझ सके। इसलिए गिल को अभी से वनडे कप्तान बना दिया गया ताकि अगले वर्ल्ड कप तक टीम पूरी तरह उनकी लीडरशिप में ढल जाए।
कारण 2: घरेलू क्रिकेट से दूरी
रोहित शर्मा ने 2018 के बाद से मुंबई के लिए कोई लिस्ट-ए मैच (विजय हजारे ट्रॉफी) नहीं खेला। चयन समिति लगातार यह संदेश देती आई है कि घरेलू क्रिकेट खेले बिना टीम इंडिया में बने रहना मुश्किल है। रोहित का घरेलू क्रिकेट में न खेलना भी उनके खिलाफ गया।
कारण 3: बढ़ती उम्र और फिटनेस का दबाव
रोहित 38 साल के हो चुके हैं। अब तक भारत के बहुत कम खिलाड़ी ही इस उम्र के बाद वनडे खेल पाए हैं। अगर वे 2027 वर्ल्ड कप खेलते तो उनकी उम्र 40 हो जाएगी। सवाल यह है कि क्या तब तक वे फिटनेस बनाए रख पाएंगे? चयनकर्ताओं ने इसी वजह से भविष्य को ध्यान में रखते हुए कप्तानी की बागडोर युवाओं को थमा दी।
कारण 4: तीन कप्तानों की जटिलता
अभी गिल टेस्ट टीम के कप्तान और सूर्यकुमार यादव T20 टीम के कप्तान हैं। अगर रोहित वनडे की कमान संभालते रहते तो भारत के पास तीन अलग-अलग कप्तान हो जाते। BCCI ऐसा मॉडल अपनाना नहीं चाहता। इसलिए गिल को दो फॉर्मेट में कप्तानी देकर धीरे-धीरे ऑल-फॉर्मेट कप्तान बनाने की तैयारी है।
कारण 5: युवा विकल्प मौजूद
रोहित ने पिछले कुछ सालों में अपना अंदाज़ बदलकर आक्रामक शुरुआत देने पर फोकस किया। हालांकि बड़ी पारियां कम हो गईं। टीम मैनेजमेंट मानता है कि यही काम अब यशस्वी जायसवाल, अभिषेक शर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवा खिलाड़ी भी कर सकते हैं। यानी रोहित के रोल के लिए रेडी रिप्लेसमेंट मौजूद हैं।
कप्तान के तौर पर रोहित का रिकॉर्ड
रोहित की कप्तानी में भारत ने 56 वनडे खेले, जिनमें 42 जीते। उनका विनिंग प्रतिशत 75% रहा, जो किसी भी भारतीय कप्तान से सर्वश्रेष्ठ है। बावजूद इसके उन्हें हटाया गया, क्योंकि चयनकर्ताओं की नजर सिर्फ मौजूदा पर नहीं बल्कि आने वाले कल पर है।
विराट कोहली की स्थिति
36 साल की उम्र में भी विराट कोहली का फॉर्म शानदार है। नंबर-3 पर वे दुनिया के बेस्ट बल्लेबाज़ों में गिने जाते हैं। यही वजह है कि BCCI उन पर वैसा फैसला नहीं लेना चाहता जैसा रोहित पर लिया गया। विराट जब तक खुद नहीं चाहेंगे, तब तक उन्हें हटाना मुश्किल है।
सीनियर खिलाड़ियों का भविष्य
रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी जैसे दिग्गज भी ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम से बाहर हैं। दोनों की उम्र अब मिड-30s में है और उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर और हर्षित राणा जैसे युवा खिलाड़ी ले रहे हैं। इससे साफ है कि BCCI अब धीरे-धीरे वनडे टीम को पूरी तरह युवा चेहरों के भरोसे बनाने की ओर बढ़ रहा है।
ऑस्ट्रेलिया दौरा
भारत ऑस्ट्रेलिया में 19 अक्टूबर से 3 वनडे खेलेगा। इसके बाद 5 मैचों की T20 सीरीज भी होगी। गिल वनडे टीम की कमान संभालेंगे, जबकि टी-20 में कप्तानी सूर्यकुमार यादव करेंगे।
कुल मिलाकर, रोहित शर्मा की कप्तानी का अंत उनके खराब रिकॉर्ड से नहीं, बल्कि भविष्य की रणनीति, उम्र और टीम मैनेजमेंट की प्लानिंग से हुआ।