अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक हिंदू मंदिर पर हमला हुआ है। हमलावरों ने मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखकर उसे गंदा किया। भारतीय दूतावास ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। यह हमला तब हुआ है, जब अमेरिका की एक सरकारी एजेंसी ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर जहर उगला था।
अमेरिका ने कैलिफोर्निया में एक हिंदू मंदिर को नुकसान पहुंचाने की घटना की शनिवार को निंदा की और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना सुनिश्चित करने के पुलिस के प्रयासों का स्वागत किया। कैलिफोर्निया के नेवार्क में श्री स्वामीनारायण मंदिर में भारत विरोधी नारे लिखने के साथ नुकसान पहुंचाने की घटना हुई। पुलिस संभावित घृणा अपराध के रूप में इस मामले की जांच कर रही है। यह घटना तब हुई है, जब कुछ दिन पहले ही अमेरिकी सरकारी एजेंसी यूएस कमीशन फॉर इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (USCIRF) ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर जहर उगला था। यूएससीआईआरएफ ने बाइडन प्रशासन से विदेशों में धार्मिक अल्पसंख्यकों को कथित रूप से निशाना बनाने का हवाला देते हुए अमेरिकी धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत भारत को “विशेष चिंता का देश” के रूप में नामित करने की मांग की थी।
अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”हम कैलिफोर्निया में श्री स्वामीनारायण मंदिर को नुकसान पहुंचाने की घटना की निंदा करते हैं। हम नेवार्क पुलिस विभाग के प्रयासों का स्वागत करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए।” कैलिफोर्निया के नेवार्क में पुलिस विभाग ने एक ई-मेल बयान में कहा कि शुक्रवार सुबह लगभग 8:35 बजे, पुलिस को श्री स्वामीनारायण मंदिर में दीवारों पर नारे लिखने की सूचना मिली।
बयान में कहा गया कि अधिकारी हरकत में आए और मंदिर के प्रबंधन सदस्यों से मुलाकात की जिन्होंने इसे डराने वाला कृत्य बताया। बयान में कहा गया, ”दीवारों पर लिखे नारों की सामग्री के आधार पर यह माना जाता है कि विरूपण करना मकसद था और मामले की संभावित घृणा अपराध के रूप में जांच की जा रही है।” सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास ने मंदिर को विरूपित करने की कड़ी निंदा की। वाणिज्य दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”हम कैलिफोर्निया के नेवार्क में एसएमवीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखकर विरूपित करने की कड़ी निंदा करते हैं।”
वाणिज्य दूतावास ने लिखा, ”इस घटना से भारतीय समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। हमने इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा त्वरित जांच और नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए दबाव डाला है।” सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों के अनुसार खालिस्तान शब्द के साथ अन्य आपत्तिजनक नारे मंदिर के बाहर एक ‘साइनपोस्ट’ पर स्प्रे-पेंट किये गये थे।