मारुति सुजुकी ने भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में एक नया इतिहास रच दिया है। कंपनी ने घोषणा की कि उसने देश में कुल 3 करोड़ कारों की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है। यह उपलब्धि सिर्फ एक बिक्री का रिकॉर्ड नहीं, बल्कि भारतीय सड़कों, परिवारों और भावनाओं से जुड़ी एक लंबी सफल यात्रा की कहानी है।
दिलचस्प बात यह है कि मारुति को पहला एक करोड़ वाहन बेचने में पूरे 28 साल 2 महीने का समय लगा था। इसके बाद दूसरा एक करोड़ कारों का सफर उन्होंने सिर्फ 7 साल 5 महीने में तय किया। और तीसरा एक करोड़ का आंकड़ा कंपनी ने केवल 6 साल 4 महीने में पूरा करके अपने विकास की रफ्तार को साबित कर दिया। यह अब तक का सबसे तेज़ माइलस्टोन रहा।
इस सफलता में सबसे बड़ा योगदान रहा Maruti Alto का, जिसकी 47 लाख से ज्यादा यूनिट्स बिक चुकी हैं और यह देश की सबसे भरोसेमंद व सबसे ज्यादा खरीदी जाने वाली कार बन गई है। इसके बाद Wagon R ने लगभग 34 लाख यूनिट्स के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि Swift ने 32 लाख से अधिक बिक्री के साथ तीसरा स्थान बनाया। Brezza और Fronx जैसी कारें भी टॉप-10 में शामिल होकर मारुति की मजबूत पकड़ को दिखाती हैं।
मारुति सुजुकी के MD और CEO हिसाशी ताकेउची ने कहा कि भारत में अभी भी हर 1,000 लोगों पर सिर्फ 33 कारें हैं, जिसका मतलब है कि विकास की संभावनाएं अभी बहुत अधिक हैं। उनका कहना है कि कंपनी का उद्देश्य है कि आने वाले समय में और ज्यादा लोगों तक सुरक्षित और बेहतर परिवहन का अनुभव पहुंचाया जा सके।
मारुति की यह यात्रा 14 दिसंबर 1983 से शुरू हुई थी, जब पहली Maruti 800 भारतीय ग्राहक को डिलीवर की गई थी। आज कंपनी के पास 19 मॉडल्स और 170 से ज्यादा वेरिएंट्स हैं, जो हर बजट और जरूरत के हिसाब से भारतीय ग्राहकों की पसंद बनते आ रहे हैं।
कुल मिलाकर, तीन करोड़ कारों का यह आंकड़ा सिर्फ एक बिक्री नहीं, बल्कि भारत के हर घर, हर यात्रा और हर याद में शामिल मारुति की कहानी है।