पिछले हफ्ते शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का असर देश की टॉप-10 बड़ी कंपनियों की वैल्यू पर साफ दिखाई दिया। इस दौरान इन 10 कंपनियों में से 7 की मार्केट वैल्यू कुल मिलाकर लगभग ₹88,635 करोड़ कम हो गई। सबसे बड़ा झटका भारती एयरटेल को लगा, जिसकी वैल्यू ₹30,506 करोड़ घटकर ₹11.41 लाख करोड़ पर आ गई। वहीं दूसरी सबसे बड़ी गिरावट TCS को झेलनी पड़ी, जिसका मार्केट कैप ₹23,680 करोड़ टूटकर अब ₹10.83 लाख करोड़ रह गया।
लेकिन इस गिरावट के बीच कुछ कंपनियों ने राहत भी दी। LIC इस हफ्ते टॉप गेनर बनकर सामने आई। इसकी मार्केट वैल्यू ₹18,469 करोड़ बढ़कर ₹5.84 लाख करोड़ तक पहुंच गई। बाकी दो कंपनियां, जिनकी वैल्यू बढ़ी है, उन्होंने मिलकर मार्केट को लगभग ₹50,926 करोड़ का सहारा दिया।
अगर बाजार की सिचुएशन देखें तो शुक्रवार, यानी 7 नवंबर को सेंसेक्स 95 अंक गिरकर 83,216 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 17 अंक फिसलकर 25,492 पर आ गया। एक दिन पहले बाजार में 600 अंकों तक की तेज गिरावट देखने को मिली थी। एयरटेल के शेयर में 4.4% की गिरावट रही। टेक महिंद्रा, ट्रेंट और रिलायंस के शेयर भी नीचे रहे। इसके उलट बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील और बजाज फिनसर्व ने 2% से ज्यादा की तेजी दर्ज की।
निफ्टी के 50 स्टॉक्स में से 30 बढ़े, खासकर बैंकिंग, फाइनेंशियल और मेटल सेक्टर में अच्छी खरीदारी देखने को मिली, जबकि FMCG, IT, फार्मा और मीडिया सेक्टर दबाव में रहे।
मार्केट कैप क्या होता है और क्यों जरूरी है?
मार्केट कैप यानी किसी कंपनी की कुल वैल्यू, जिसे उसके शेयर की वर्तमान कीमत को कुल शेयरों की संख्या से गुणा करके निकाला जाता है। जैसे अगर किसी कंपनी के 1 करोड़ शेयर हैं और हर शेयर की कीमत ₹20 है, तो कंपनी का मार्केट कैप ₹20 करोड़ होगा। शेयर की कीमत बढ़ते ही मार्केट कैप बढ़ता है और गिरते ही कम हो जाता है। यह कंपनी की मजबूती, निवेशक भरोसे और बाजार में उसकी स्थिति का सरल मापदंड है।
उच्च मार्केट कैप कंपनियों के लिए फंड जुटाना आसान होता है, जबकि गिरती वैल्यू से निवेशकों का भरोसा कमजोर पड़ सकता है। निवेशकों के लिए भी मार्केट कैप बढ़ना सीधा फायदा होता है, क्योंकि उनके निवेश की कीमत बढ़ती है।
देश की टॉप-10 कंपनियां मार्केट कैप के आधार पर
(7 नवंबर 2025 – BSE के आंकड़ों के अनुसार)
| कंपनी | मार्केट कैप (₹ लाख करोड़) |
|---|---|
| रिलायंस | 20.00 |
| HDFC बैंक | 15.11 |
| एयरटेल | 11.41 |
| TCS | 10.83 |
| ICICI बैंक | 9.60 |
| SBI | 8.82 |
| बजाज फाइनेंस | 6.64 |
| इंफोसिस | 6.14 |
| LIC | 5.84 |
| HUL | 5.67 |
इस हफ्ते का बाजार साफ इशारा करता है कि निवेशकों को अभी सावधानी से कदम बढ़ाना होगा। बड़े शेयरों में गिरावट के साथ सेक्टर-वाइज रोटेशन भी देखने को मिला है। जो कंपनियां मजबूत फंडामेंटल और बेहतर रिजल्ट दिखा रही हैं, वहां निवेशकों की नजर टिकी हुई है।