सुंदर पिचाई का बड़ा बयान—“AI एक दिन CEO की जगह ले सकता है”, कहा– इसे अपनाने वाले ही आगे बढ़ेंगे

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गूगल CEO का चेतावनी भरा संदेश—AI हर पेशे को बदलेगा, सीखना अनिवार्य; टेक जगत में ‘चीफ एग्जीक्यूटिव ऑटोमेशन’ की चर्चा तेज।

गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिसने पूरी टेक इंडस्ट्री में नई बहस छेड़ दी है। BBC को दिए इंटरव्यू में उन्होंने साफ कहा कि AI न केवल कामकाज को बदल देगा, बल्कि भविष्य में बड़े कॉर्पोरेट CEO तक को रिप्लेस कर सकता है। उनका कहना था कि AI अगले 12 महीनों में इतनी तेजी से विकसित होगा कि वह कई जटिल जिम्मेदारियां अपने आप संभालने लगेगा।

पिचाई ने मुस्कुराते हुए स्वीकार किया कि एक CEO जो काम करता है, AI उन कार्यों को आसानी से कर पाने की क्षमता विकसित कर लेगा। उनका मानना है कि AI मानव इतिहास की सबसे प्रभावशाली और बदल देने वाली तकनीकों में से एक है, जिसके प्रभाव से दुनिया की नौकरियां, समाज और कामकाज की संरचना पूरी तरह बदल जाएगी। कुछ नौकरियां खत्म होंगी, कुछ नए स्वरूप लेंगी और कई नई भूमिकाएं जन्म लेंगी—ऐसा उनका स्पष्ट अनुमान है।

उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में हर पेशे में AI का उपयोग सीखना ज़रूरी होगा। जो लोग इसे अपनाने में तेज़ होंगे, वे दूसरों से कहीं आगे निकल जाएंगे। तकनीक जिस गति से आगे बढ़ रही है, उससे स्पष्ट है कि लोगों को लगातार खुद को अपडेट करते रहना पड़ेगा।

इसी बीच टेक इंडस्ट्री में ‘चीफ एग्जीक्यूटिव ऑटोमेशन’ यानी CEO स्तर की भूमिकाओं को AI द्वारा संभालने की संभावना पर चर्चाएं भी बढ़ गई हैं। ओपनAI के CEO सैम ऑल्टमैन पहले ही यह कह चुके हैं कि एक दिन AI उनका काम उनसे बेहतर करेगा। क्लार्ना के CEO सेबेस्टियन सीमीटकोव्स्की भी कह चुके हैं कि AI हमारी हर नौकरी कर सकता है—मेरी भी। एक सर्वे में 500 CEO में से 49% ने माना कि उनके काम का बड़ा हिस्सा AI आसानी से ऑटोमेट कर सकता है।

हालांकि इस बहस के बीच एक दूसरी आवाज़ भी सामने आती है। एनवीडिया के CEO जेनसन हुआंग का दावा है कि AI शक्तिशाली जरूर है, कई काम 1000 गुना तेज़ कर सकता है, लेकिन इंसानों को पूरी तरह रिप्लेस करने की उसकी क्षमता अभी नहीं है। वे मानते हैं कि AI इंसानी सोच, भावनाओं और नेतृत्व क्षमता की बराबरी फिलहाल नहीं कर सकता।

कुल मिलाकर, सुंदर पिचाई का बयान एक भविष्य की झलक दिखाता है—एक ऐसी दुनिया जहां AI बेहद ताकतवर होगा और शायद नेतृत्व की भूमिकाओं तक पहुंच जाएगा। लेकिन यह भी उतना ही स्पष्ट है कि इंसान और AI के बीच तालमेल ही भविष्य के कामकाज का सबसे बड़ा आधार बनेगा।

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