कैल्शियम की कमी के 5 संकेत—नजरअंदाज किए तो बढ़ सकती है परेशानी, जानें कौन-से फूड्स करेंगे इसकी भरपाई

Spread the love

हड्डियों से लेकर नर्व सिस्टम तक—कैल्शियम की कमी शरीर को कई तरह से प्रभावित करती है। इन लक्षणों को पहचानें और डाइट में शामिल करें कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ।

कैल्शियम शरीर का वह मिनरल है जिसके बिना हड्डियां, दांत, मांसपेशियां, दिल और नर्व सिस्टम का संतुलन लंबे समय तक सही नहीं रह सकता। इसकी कमी चुपचाप बढ़ती है और शुरुआती अवस्था में अक्सर पहचान में नहीं आती। लेकिन जैसे-जैसे डिफिशियंसी बढ़ती है, शरीर कई संकेत देने लगता है—इन्हें अनदेखा करने पर भविष्य में हड्डियों की कमजोरी, थकान या मांसपेशियों से जुड़ी दिक्कतें गंभीर रूप ले सकती हैं।

कैल्शियम की कमी समय रहते पहचान ली जाए और डाइट में सुधार किया जाए, तो इसे आसानी से संतुलित किया जा सकता है। आइए जानते हैं वे पांच संकेत, जिनसे कैल्शियम की कमी का पता चलता है, और साथ ही वे खाद्य पदार्थ जो इसकी कमी को दूर करने में मददगार हैं।

सबसे पहला संकेत है हड्डियों और जोड़ों में दर्द। अगर बिना किसी भारी काम के भी हड्डियाँ दुखती हों या जोड़ अकड़ जाते हों, तो ये कैल्शियम की कमी का शुरुआती इशारा हो सकता है। इसी तरह मांसपेशियों में खिंचाव, ऐंठन और झनझनाहट भी कैल्शियम डिफिशियंसी के आम लक्षण हैं, क्योंकि यह मिनरल मसल फंक्शन में अहम भूमिका निभाता है।

कैल्शियम की कमी नाखून और बालों पर भी असर डालती है। बार-बार टूटते नाखून, उन पर सफेद निशान और कमज़ोर होते बाल इसकी तरफ संकेत करते हैं। दांतों की मजबूती भी इसी पर निर्भर है—कैल्शियम कम होने पर दांतों में दर्द, सेंसिटिविटी और मसूड़ों की दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
इसके अलावा लगातार थकान, कमजोरी और सुस्ती महसूस होना भी शरीर में कैल्शियम की कमी से जुड़ा हो सकता है।

इस कमी को पूरा करने के लिए सही डाइट अपनाना बेहद मददगार है। दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स कैल्शियम के सबसे आसान और मजबूत स्रोत हैं। सर्दियों में मिलने वाली हरी पत्तेदार सब्जियां—जैसे पालक, मेथी, सरसों और बथुआ—शरीर को प्राकृतिक कैल्शियम देती हैं। बादाम, तिल और राजगीरा जैसे नट्स व सीड्स भी हड्डियों को मजबूत बनाने में फायदेमंद हैं।

अगर कोई डेयरी नहीं लेता, तो रागी और बाजरा जैसी मिलेट्स कैल्शियम की कमी पूरी करने में विशेष रूप से मदद करती हैं। वहीं नॉन-वेज खाने वालों के लिए झींगा और सैल्मन जैसी समुद्री मछलियां कैल्शियम और प्रोटीन दोनों का बढ़िया स्रोत हैं, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत रखती हैं।

कुल मिलाकर, शरीर के छोटे-छोटे संकेत कैल्शियम की कमी की ओर इशारा करते हैं। इन्हें पहचानना और सही खानपान अपनाना हड्डियों और समग्र स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
(नोट: यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी बदलाव या सलाह के लिए डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *