24 नवंबर की सुबह भारतीय शेयर बाज़ार हल्की तेजी के साथ खुला। पिछले हफ्ते की गिरावट और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के बीच शुरुआती रुझान सकारात्मक रहे। सेंसेक्स करीब 100 अंक चढ़कर 85,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, वहीं निफ्टी भी 50 अंक की बढ़त लेकर 26,100 के करीब पहुंच गया। इस उछाल का सबसे बड़ा योगदान IT और बैंकिंग शेयर्स का रहा, जिन्होंने शुरुआती घंटों में बाज़ार को सहारा दिया। इसके उलट एनर्जी और ऑटो सेक्टर में दबाव दिखा और इनमें मामूली गिरावट दर्ज हुई।
सुदीप फार्मा के IPO को मार्केट में दूसरा दिन मिला है, और रिटेल निवेशक 25 नवंबर तक इसमें बोली लगा सकते हैं। घरेलू बाजार में यह IPO भी निवेशकों की दिलचस्पी का केंद्र बना हुआ है, खासकर ऐसे समय में जब समग्र मार्केट मिलीजुली चाल दिखा रहा है।
वैश्विक संकेतों की बात करें तो एशियाई बाजारों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। कोरिया का कोस्पी 0.97% ऊपर 3,890 पर और हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 2.38% मजबूत होकर 25,544 पर कारोबार कर रहा है। जापान का निक्केई आज बंद है, इसलिए वहां से कोई संकेत नहीं मिला। अमेरिकी बाजार भी 21 नवंबर को मजबूती के साथ बंद हुए थे—डाउ जोन्स 1.08% चढ़कर 46,245 पर, नैस्डेक 0.88% ऊपर और S&P 500 0.98% की बढ़त के साथ बंद हुए थे। इन ग्लोबल पॉज़िटिव ट्रेंड्स ने भारतीय बाजार की भावना को भी मजबूत किया।
हालांकि विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली निवेशकों के लिए अब भी चिंता का विषय बनी हुई है। इस महीने अब तक FIIs 13,840 करोड़ रुपए की बिक्री कर चुके हैं। सिर्फ पिछले शुक्रवार को ही उन्होंने 1,766 करोड़ रुपए निकाले। अक्टूबर में भी उन्होंने 2,346 करोड़ रुपए की बिकवाली की थी। लगातार निकलता विदेशी पैसा ये दिखाता है कि ग्लोबल रिस्क सेंटिमेंट अब भी दबाव में है।
पिछले हफ्ते की बात करें तो बाज़ार कमजोर बंद हुआ था। 21 नवंबर को सेंसेक्स 401 अंक टूटकर 85,232 पर और निफ्टी 124 अंक गिरकर 26,068 पर बंद हुआ था। ऐसे में आज की तेजी निवेशकों को हल्की राहत जरूर देती है, लेकिन FII की चाल, सेक्टोरल मूवमेंट और ग्लोबल मार्केट पर ही आगे की दिशा निर्भर करेगी।
कुल मिलाकर, भारतीय बाजार आज सकारात्मक बने हुए हैं, लेकिन स्थिर और टिकाऊ तेजी के लिए विदेशी निवेशक भावना और वैश्विक आर्थिक संकेत अहम भूमिका निभाते रहेंगे।