दुर्ग, 25 नवम्बर 2025/भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अपनाया था। इस ऐतिहासिक अवसर को स्मरण करते हुए प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप इस वर्ष भी जिले के सभी अमृत सरोवर स्थलों पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में युवाओं, स्कूल एवं कॉलेजों के छात्रों, मनरेगा श्रमिकों, स्व-सहायता समूहों की महिलाओं तथा आजीविका दीदियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया है।
जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के माध्यम से अब तक कुल 123 अमृत सरोवर विकसित किए जा चुके हैं, जिनमें जनपद पंचायत धमधा में 50, जनपद पंचायत दुर्ग में 36, जनपद पंचायत पाटन में 37 सरोवर शामिल हैं। ये अमृत सरोवर जल संरक्षण के साथ-साथ वृक्षारोपण, सिंचाई, कृषि आधारित सब्जी उत्पादन और मत्स्य पालन जैसी आजीविका गतिविधियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
अमृत सरोवर स्थलों में संविधान दिवस पर आयोजित होने वाली प्रमुख गतिविधियों में संविधान की प्रस्तावना का हिंदी/अंग्रेजी में सामूहिक वाचन, संविधान में निहित मौलिक कर्तव्यों, अधिकारों एवं मूल्यों पर चर्चा, जल एवं सरोवर संरक्षण के लिए सामूहिक प्रतिज्ञा, विद्यार्थियों और युवाओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इसके साथ ही सरोवरों में गाद निकासी, पौधारोपण और स्वच्छता अभियान भी चलाए जाएंगे। कार्यक्रम स्थल पर संविधान एवं मिशन अमृत सरोवर से संबंधित सूचना बोर्ड और पोस्टर प्रदर्शित किए जाएंगे, जिन पर अनिवार्य रूप से “एक प्रण -जल संरक्षण” टैगलाइन अंकित होगी।