भारत के खेल नक्शे पर अहमदाबाद का कद तेजी से बढ़ रहा है। 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी हासिल करने के बाद अब शहर ने अपने सपनों को एक और ऊंचाई दी है। गुजरात की राजधानी ने 2028 विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप और 2031 विश्व सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए आधिकारिक बोली लगा दी है। लगातार बड़े वैश्विक टूर्नामेंट की दावेदारी यह संकेत दे रही है कि अहमदाबाद 2036 ओलंपिक की मेजबानी के अपने लक्ष्य की ओर मजबूत कदम बढ़ा रहा है।
हाल ही में ‘कॉमनवेल्थ स्पोर्ट’ की जनरल असेंबली ने अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स का ऑफिशियल होस्ट घोषित किया था। इस फैसले के बाद गुजरात सरकार ने साफ कर दिया था कि शहर को विश्व स्तरीय खेल केंद्र में बदलने का रोडमैप पूरी गति से आगे बढ़ाया जाएगा।
गुजरात सरकार में खेल विभाग के प्रधान सचिव अश्वनी कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य सरकार अहमदाबाद को भारत की “स्पोर्ट्स कैपिटल” बनाने की जमकर तैयारी कर रही है। उनका कहना था कि सरकार का लक्ष्य सिर्फ बड़े इवेंट कराना ही नहीं, बल्कि ऐसा इकोसिस्टम बनाना है जहां विश्वस्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध हों और अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट तैयार हो सकें।
उन्होंने जानकारी दी कि गुजरात पहले ही तीन बड़े वैश्विक टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए प्रस्ताव भेज चुका है—2028 में विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप, 2031 में विश्व सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप और 2033 में विश्व एक्वेटिक्स चैंपियनशिप। इसके अलावा 2029 में अहमदाबाद विश्व पुलिस और फायर गेम्स की मेजबानी भी करेगा।
सरकार का यह आक्रामक स्पोर्ट्स विज़न न सिर्फ गुजरात, बल्कि पूरे देश के खेल परिदृश्य को नई दिशा दे सकता है। अगर ये दावेदारियां सफल होती हैं तो आने वाले वर्षों में अहमदाबाद सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक मजबूत और निरंतर बढ़ते स्पोर्ट्स हब के रूप में उभर सकता है।