टोक्यो में आयोजित 25वें समर डेफलिंपिक्स 2025 में भारतीय खिलाड़ियों ने ऐसा इतिहास रचा है, जिसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है। भारतीय दल ने इस बार रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करते हुए कुल 20 पदक अपने नाम किए, जिनमें नौ स्वर्ण, सात रजत और चार कांस्य शामिल हैं। यह अब तक किसी भी डेफलिंपिक्स में भारत की सबसे बड़ी मेडल टैली है। खिलाड़ियों के इस शानदार प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूरे दल को दिल से बधाई दी है।
पीएम मोदी ने एक्स पर संदेश साझा करते हुए लिखा कि टोक्यो में भारतीय डेफलिंपियंस ने अद्भुत जज्बा दिखाया है। उन्होंने कहा कि 9 स्वर्ण सहित कुल 20 पदक जीतकर हमारे खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया है कि मजबूत इरादा, निरंतर मेहनत और आत्मविश्वास से दुनिया की किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। पीएम ने हर खिलाड़ी, उनके कोच और सपोर्ट स्टाफ की सराहना करते हुए कहा कि पूरे देश को इस उपलब्धि पर गर्व है।
भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने न सिर्फ टोक्यो में तिरंगा लहराया, बल्कि यह भी दिखाया कि दिव्यांग खिलाड़ियों की क्षमताओं को दुनिया अब कम करके नहीं आंक सकती। कई खेलों में भारतीय एथलीट निर्णायक मुकाबलों में उतरे और विरोधियों पर दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। रजत और कांस्य जीतने वाले खिलाड़ियों ने भी मजबूत संघर्ष और उच्च स्तर की खेल भावना का उदाहरण प्रस्तुत किया।
टोक्यो डेफलिंपिक्स में यह सफलता भारत की पैरा-स्पोर्ट्स नीति और खिलाड़ियों को मिल रहे बढ़ते सहयोग का भी नतीजा मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले वर्षों में भारत डेफलिंपिक्स में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेगा। फिलहाल, टोक्यो में भारतीय दल का चमकता प्रदर्शन देश की खेल यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ चुका है।