रांची वनडे में विराट कोहली ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसने पूरे क्रिकेट जगत को एक बार फिर याद दिला दिया कि बड़े मौकों पर सबसे बड़ा बल्लेबाज़ कौन है। 120 गेंदों में 135 रन की धमाकेदार पारी—11 चौके और 7 छक्के—ने न सिर्फ भारत को 17 रन से जीत दिलाई, बल्कि इस पारी में वह पुराना, अडिग, आक्रामक और मैच-विजेता विराट साफ दिखाई दिया, जिसे दुनिया ने 2016 से 2018 के बीच अपने चरम पर देखा था।
रोहित शर्मा के साथ उनकी 136 रन की मजबूत साझेदारी ने भारत की पारी को वह नींव दी, जिससे टीम मैच को पूरी तरह अपने कंट्रोल में ला सकी। और जैसे ही कोहली ने मार्को यानसेन पर चौका जड़कर अपना 52वां वनडे शतक पूरा किया—स्टेडियम में एक लहर दौड़ गई। यह सिर्फ शतक नहीं था, यह एक नया मील का पत्थर था। एक ही इंटरनेशनल फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक जमाने का रिकॉर्ड अब पूरी तरह कोहली के नाम हो गया, सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए।
मैदान में एक फैन खुद को रोक नहीं पाया और कोहली के करीब पहुंचने के लिए फेंस पार कर मैदान पर उतर आया—इससे यह भी साफ हो गया कि कोहली की लोकप्रियता और प्रभाव कितनी गहरी है।
मैच के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाओं में गर्व, उत्साह और सम्मान साफ झलका। तिलक वर्मा ने कहा कि इतनी नज़दीक से कोहली की क्लास देखना उनके लिए सौभाग्य था। उन्होंने बताया कि विराट पिछले 17 सालों से मैदान पर ऊर्जा का स्रोत रहे हैं और उनसे सीखना एक युवा खिलाड़ी के लिए बड़ा मौका है।
रयान टेन डोशेट ने साफ कहा कि विराट का शतक मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट था। टीम को पता था कि विकेट पर बड़ा स्कोर चाहिए और विराट ने वही किया जो टीम को चाहिए था।
तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने कोहली की मौजूदगी को टीम के माहौल की ताकत बताया। उन्होंने कहा कि दबाव के बीच भी टीम को हल्का रखना जरूरी है और विराट भाई जैसे खिलाड़ियों के साथ रहकर सीख लगातार बढ़ती रहती है।
सबसे भावुक प्रतिक्रिया स्पिनर कुलदीप यादव की थी। उन्होंने कहा कि जब विराट बल्लेबाजी कर रहे थे, तो उन्हें ऐसा लगा जैसे वह कई साल पीछे लौट आए हों—”2016-18 वाला विराट फिर से दिखा—कॉल्प्रेशन, शॉट सिलेक्शन, एटिट्यूड—सब टॉप-क्लास था।”
यह शतक सिर्फ स्कोरबोर्ड पर दर्ज एक आंकड़ा नहीं, बल्कि विराट कोहली की भूख, फिटनेस, जिद और अद्भुत निरंतरता का जीता-जागता सबूत था। भारत ने सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है और कोहली ने एक बार फिर बता दिया है कि जब बात बड़े मैचों की आती है—वह अब भी दुनिया के सबसे बड़े मैच-विनर हैं।