आईपीएल 2026 ऑक्शन को लेकर अबू धाबी में होने वाले महासंग्राम से ठीक पहले खिलाड़ियों की सूची ने पूरे क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। इस बार 2 करोड़ रुपये की सर्वोच्च बेस प्राइस श्रेणी में कुल 45 खिलाड़ी शामिल हुए हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें सिर्फ 2 भारतीय खिलाड़ी हैं। कैमरन ग्रीन, लियाम लिविंगस्टन, रवि बिश्नोई, वेंकटेश अय्यर, मथिशा पथिराना और वानिंदु हसारंगा जैसे टॉप-टियर क्रिकेटर्स इस प्रीमियम कैटेगरी में अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं।
आईपीएल ने अपनी परंपरा के मुताबिक इस बार भी सभी 10 फ्रेंचाइजियों को 1355 खिलाड़ियों की विस्तृत लिस्ट भेजी है। यह लिस्ट टीमों के लिए एक शुरुआती ब्लूप्रिंट की तरह है, जिसके आधार पर उन्हें 5 दिसंबर तक अपनी शॉर्टलिस्ट भेजनी होगी। 16 दिसंबर को अबू धाबी में होने वाली नीलामी में कुल 77 स्लॉट भरे जाने हैं, जिनमें से 31 विदेशी खिलाड़ियों के लिए जगह है। टीमों के पास अधिकतम 25 खिलाड़ियों का नियम है, इसलिए पर्स और स्लॉट की सीमाएं इस ऑक्शन को और भी रणनीतिक और रोमांचक बनाने वाली हैं।
सबसे ज्यादा चर्चा ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन को लेकर है, जिन्होंने अपनी चोट के कारण पिछला मेगा ऑक्शन मिस कर दिया था। इस बार कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स दोनों ही उनकी दावेदारी की प्रमुख दावेदार मानी जा रही हैं। कोलकाता में आंद्रे रसेल के रिटायरमेंट के बाद एक शक्तिशाली ऑलराउंडर की खाई है, जिसे ग्रीन भर सकते हैं।
इसी श्रेणी में वेंकटेश अय्यर और रवि बिश्नोई की एंट्री भी सुर्खियों में है। वेंकटेश, जिन्हें KKR ने पिछले वर्ष भारी रकम में RTM के जरिए वापस लिया था, इस बार रिलीज़ हो चुके हैं। वहीं लगातार चार साल तक लखनऊ सुपर जायंट्स की रीढ़ रहे रवि बिश्नोई को भी कमजोर प्रदर्शन के बाद टीम ने छोड़ दिया है। इन दोनों भारतीयों का 2 करोड़ कैटेगरी में होना अपने आप में बड़ा संकेत है कि फ्रेंचाइजियों के बीच इनकी बोली को लेकर तगड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।
श्रीलंका के तेज़ गेंदबाज़ मथिशा पथिराना को भी चेन्नई ने चोट की वजह से रिलीज़ किया, जबकि वह डेथ ओवरों में टीम के सबसे भरोसेमंद हथियार रहे थे। लियाम लिविंगस्टन भी खराब फॉर्म के चलते एक ही सीजन बाद बेंगलुरु से रिलीज़ हो गए और अब दोबारा नीलामी में उतर रहे हैं।
कुछ बड़े नाम इस बार नीलामी सूची में नहीं हैं। ग्लेन मैक्सवेल उंगली की चोट के बाद इस बार हिस्सा नहीं ले रहे, और मोईन अली व फ़ाफ डु प्लेसी ने पाकिस्तान सुपर लीग खेलने को प्राथमिकता दी है। पंजाब को फाइनल तक पहुंचाने वाले विकेटकीपर-बैटर जॉश इंग्लिस लिस्ट में तो हैं, लेकिन IPL को उनकी उपलब्धता सिर्फ 25% मिलेगी—यह जानकारी फ्रेंचाइजियों के पर्स मैनेजमेंट पर गहरा असर डाल सकती है।
अंत में, 2 करोड़ बेस प्राइस कैटेगरी में दर्ज नामों की लंबी सूची अपने-आप में बताती है कि यह नीलामी सिर्फ एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं बल्कि कई टीमों के भविष्य की दिशा तय करने वाली है। बड़े पर्स, खाली स्लॉट और दिग्गज खिलाड़ियों की उपलब्धता—ये सब मिलकर IPL 2026 ऑक्शन को बेहद विस्फोटक और यादगार बनाने वाले हैं।