बिहार लोक सेवा आयोग ने सहायक शिक्षा विकास पदाधिकारी भर्ती के संबंध में एक अहम अपडेट जारी किया है। विज्ञापन संख्या 87/2025 के तहत जिन अभ्यर्थियों ने पहले आवेदन नहीं किया था, उन्हें आयोग ने एक और मौका प्रदान किया है। वहीं परीक्षा कार्यक्रम को लेकर भी आयोग ने बड़ी जानकारी साझा की है। आवेदन संख्या अधिक होने की वजह से अब यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाएगी, जिससे सभी अभ्यर्थियों के लिए एक संतुलित और सुचारू परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित हो सके।
BPSC के मुताबिक सहायक शिक्षा विकास पदाधिकारी (AEVO) भर्ती परीक्षा का मूल्यांकन इस बार Equipercentile Equating तकनीक से किया जाएगा। इस पद्धति के माध्यम से विभिन्न दिनों में आयोजित परीक्षाओं के अंकों का समान रूप से मिलान किया जाएगा, ताकि किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा तिथि या शिफ्ट के आधार पर कोई लाभ या नुकसान न मिले। यह तकनीक निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए अपनाई जाती है और आयोग की पारदर्शिता को भी दर्शाती है।
जो उम्मीदवार पहले आवेदन से चूक गए थे, उन्हें आयोग ने राहत देते हुए 5 दिसंबर 2025 से 12 दिसंबर 2025 तक पुनः ऑनलाइन आवेदन करने का अवसर दिया है। शैक्षणिक योग्यता से संबंधित सभी प्रमाण पत्र 26 सितंबर 2025 तक जारी होने चाहिए, क्योंकि वही मान्य माने जाएंगे। विज्ञापन में बताई गई बाकी सभी शर्तें पहले जैसी ही रहेंगी।
परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होगी और इसकी संभावित तिथियां भी सामने आ चुकी हैं—10 और 11 जनवरी, 12 और 13 जनवरी, तथा 15 और 16 जनवरी 2026। इस तरह छह अलग-अलग स्लॉट में अभ्यर्थियों की परीक्षा आयोजित होगी। यह शेड्यूल इसलिए भी तैयार किया गया है ताकि बड़े स्तर पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को सहज और व्यवस्थित तरीके से परीक्षा देने का अवसर मिल सके।
आयोग ने यह भी सलाह दी है कि अभ्यर्थी केवल BPSC की आधिकारिक वेबसाइट और जारी नोटिस पर ही भरोसा करें, क्योंकि सोशल मीडिया या अन्य स्रोतों पर फैलने वाली सूचनाएं भ्रामक साबित हो सकती हैं।