Data Privacy: डाटा ट्रैकिंग से परेशान हैं? अपनाएं ये प्राइवेसी-फर्स्ट एप्स

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टेक्नोलॉजी की तेज रफ्तार में हमारा जीवन जितना डिजिटल हुआ है, उतना ही हमारी निजी जानकारी खतरे में पड़ती दिखती है। रोज़मर्रा के काम फोन और इंटरनेट पर निर्भर हैं, और इसी बीच डाटा प्राइवेसी अब सिर्फ एक तकनीकी शब्द नहीं, बल्कि एक गंभीर चिंता बन चुकी है। हाल ही में स्मार्टफोन्स में ‘संचार साथी’ जैसे एप को अनिवार्य रूप से इंस्टॉल कराने की बात ने निजता को लेकर बहस और तेज कर दी थी, जिसे जनता के विरोध के बाद सरकार को वापस लेना पड़ा। इसी पृष्ठभूमि में, जब कई कमर्शियल एप्स लगातार यूज़र डाटा को ट्रैक कर रहे हैं, ऐसे विकल्प तलाशना ज़रूरी हो जाता है जो आपकी प्राइवेसी को सचमुच प्राथमिकता देते हों। इसलिए यहां पेश हैं पांच ऐसे एंड्रॉयड एप्स, जो बेहद कम डाटा लेते हैं और आपकी डिजिटल दुनिया को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।

1. DuckDuckGo (डकडकगो)
डकडकगो एक अमेरिकी ब्राउज़र एप है, लेकिन इसकी पहचान एक ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में बनी है जहां आपकी सर्च हिस्ट्री दर्ज नहीं की जाती और न ही आपके नाम पर कोई विज्ञापन प्रोफाइल तैयार होता है। यह थर्ड-पार्टी ट्रैकर्स को रोकता है और वेबसाइट्स को सुरक्षित, एन्क्रिप्टेड कनेक्शन में ढाल देता है। ओपन-सोर्स न होने के बावजूद इसे खास तौर पर उन यूज़र्स के लिए डिज़ाइन किया गया है जो इंटरनेट पर बिना किसी पीछा-करने वाले साये के घूमना चाहते हैं।

2. Proton Mail (प्रोटोन मेल)
स्विट्जरलैंड की Proton AG कंपनी का यह मेल एप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के लिए जाना जाता है। आपके ईमेल्स सिर्फ आपके और रिसीवर के लिए ही पढ़ने योग्य होते हैं। यहां तक कि कंपनी भी आपके मेल कंटेंट तक नहीं पहुंच पाती। भारतीय भाषाओं के सपोर्ट के साथ यह एप उन लोगों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बन जाता है जो अपनी निजी बातचीत को हर हाल में सुरक्षित रखना चाहते हैं।

3. Signal (सिग्नल)
मैसेजिंग एप्स की भीड़ में सिग्नल आज भी सबसे सुरक्षित विकल्पों में गिना जाता है। यह पूरी तरह ओपन-सोर्स है और हर मैसेज एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहता है। एप आपके बारे में सिर्फ इतना जानता है कि आपका फोन नंबर क्या है और आप आखिरी बार कब ऑनलाइन थे। न विज्ञापन, न छिपे हुए ट्रैकर्स और न ही किसी तरह की प्रोफाइलिंग—इस सादगी और सुरक्षा का मिश्रण ही इसे प्राइवेसी पसंद उपयोगकर्ताओं का पसंदीदा बनाता है।

4. Organic Maps (ऑर्गेनिक मैप्स)
लोकेशन आधारित एप्स आमतौर पर आपकी हर गतिविधि ट्रैक कर लेते हैं, लेकिन ऑर्गेनिक मैप्स एक बिल्कुल अलग अनुभव देता है। यह ओपन-सोर्स एप ओपन स्ट्रीट मैप डाटा पर चलता है और बेहतरीन ऑफलाइन नेविगेशन उपलब्ध कराता है। आपकी लोकेशन या सर्च हिस्ट्री इसमें कहीं सेव नहीं होती। बैकग्राउंड में कोई ट्रैकिंग नहीं होती, जिससे यात्रा के दौरान आपकी निजता सहेजी रहती है।

5. Blokada (ब्लॉकडा)
ब्लॉकडा आपके फोन को सिस्टम लेवल पर विज्ञापनों और छिपे हुए ट्रैकर्स से बचाने वाली एक ढाल की तरह काम करता है। भारत जैसे देश में, जहां विविध एप्स लगातार विज्ञापनों के जरिए डाटा इकट्ठा करते रहते हैं, ब्लॉकडा उन प्रयासों को रोक देता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि प्ले स्टोर वाला संस्करण पूरी तरह ओपन-सोर्स नहीं है, लेकिन ब्लॉकडा के क्लासिक वर्जन (4 और 5) पूरी तरह ओपन-सोर्स हैं और बेहतर सुरक्षा प्रदान करते हैं।

डिजिटल दुनिया में जहां हर क्लिक, हर स्वाइप और हर लॉगिन हमारी गतिविधियों को दर्ज कर लेता है, वहां ऐसे प्राइवेसी-फर्स्ट एप्स सिर्फ विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता बन गए हैं। अपनी ऑनलाइन यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए इन एप्स को अपनाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।

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