नेटफ्लिक्स–वॉर्नर ब्रदर्स डील पर ट्रम्प का सख्त रुख, बोले– बाजार के लिए बन सकती है खतरा

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अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने नेटफ्लिक्स और वॉर्नर ब्रदर्स के बीच प्रस्तावित मल्टी-बिलियन डॉलर डील को लेकर गंभीर चिंता जताई है। ट्रम्प का कहना है कि नेटफ्लिक्स का मौजूदा मार्केट शेयर पहले से ही काफी बड़ा है और अगर यह कंपनी वॉर्नर ब्रदर्स को खरीद लेती है, तो मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में उसका दबदबा और खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि ऐसी डील बाजार के संतुलन के लिए जोखिम बन सकती है और वे इस सौदे से जुड़े फैसलों में खुद सीधी भूमिका निभाएंगे।

ट्रम्प के इस बयान के बाद हॉलीवुड से लेकर वॉशिंगटन तक हलचल तेज हो गई है। इस वक्त Netflix और Warner Bros के बीच चल रही इस बड़ी डील की जांच फेडरल अथॉरिटी कर रही है। एंटीट्रस्ट कानूनों के तहत यह देखा जा रहा है कि क्या यह सौदा बाजार में प्रतिस्पर्धा को नुकसान पहुंचाएगा या नहीं। ट्रम्प ने कहा कि OTT प्लेटफॉर्म्स का बढ़ता प्रभुत्व पारंपरिक मीडिया और स्वतंत्र कंटेंट क्रिएटर्स के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है, जिससे आने वाले समय में कॉम्पिटिशन कमजोर हो सकता है और इसका सीधा नुकसान उपभोक्ताओं को झेलना पड़ सकता है।

ट्रम्प का मानना है कि अगर यह डील पूरी होती है तो मीडिया की तस्वीर पूरी तरह बदल सकती है। हॉलीवुड में पहले ही कंसोलिडेशन को लेकर चिंता गहराती जा रही है और अब इस संभावित अधिग्रहण ने उन आशंकाओं को और मजबूत कर दिया है। स्टूडियोज के विलय से क्रिएटिव इंडस्ट्री पर दबाव बढ़ सकता है और छोटे प्रोडक्शन हाउसेज़ के लिए टिके रहना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में फेडरल अथॉरिटी बेहद सतर्कता के साथ इस डील की जांच कर रही है ताकि बाजार में असंतुलन न पैदा हो।

इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प बयान तब सामने आया जब ट्रम्प ने यह भी कहा कि वे इस डील में सीधे तौर पर शामिल रहेंगे। उनका यह बयान इस बात का संकेत माना जा रहा है कि White House इस सौदे पर करीबी नजर बनाए हुए है। ट्रम्प ने यह भी दोहराया कि वे चाहते हैं कि अमेरिकी बाजार में संतुलन बना रहे और कोई एक कंपनी जरूरत से ज्यादा ताकतवर न हो जाए।

हालांकि आलोचनाओं के बीच ट्रम्प ने नेटफ्लिक्स के को-सीईओ Ted Sarandos की खुलकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि टेड सरेंडोस ने मूवी और एंटरटेनमेंट की दुनिया में ऐतिहासिक काम किया है और जिस तरह से नेटफ्लिक्स ने ग्लोबल लेवल पर कंटेंट को नई पहचान दी, वह काबिल-ए-तारीफ है। ट्रम्प का यह रुख दिखाता है कि वे एक तरफ बाजार की सुरक्षा की बात कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ वे बड़े कारोबारी दिमागों की काबिलियत को भी खुले दिल से स्वीकार करते हैं।

अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि फेडरल अथॉरिटी इस डील पर क्या फैसला लेती है। अगर इसे मंजूरी मिल जाती है तो नेटफ्लिक्स का कंटेंट पोर्टफोलियो जबरदस्त रूप से मजबूत हो जाएगा और दर्शकों को एक ही प्लेटफॉर्म पर और ज्यादा बड़ा कंटेंट लाइब्रेरी मिल सकेगी। लेकिन अगर एंटीट्रस्ट नियमों में यह सौदा फंसता है, तो इसमें देरी, बदलाव या पूरी तरह रद्द होने की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

हॉलीवुड के लिए यह डील किसी बड़े भूचाल से कम नहीं मानी जा रही है, क्योंकि इससे न सिर्फ बड़े स्टूडियोज की ताकत बदलेगी बल्कि कंटेंट क्रिएटर्स, कलाकारों और प्रोड्यूसर्स की दिशा भी प्रभावित हो सकती है। वहीं कंज्यूमर्स के नजरिए से देखें तो एक ही जगह ज्यादा कंटेंट मिलने का फायदा जरूर हो सकता है, लेकिन अगर प्रतिस्पर्धा कम हुई तो भविष्य में कीमतें बढ़ने और विकल्प घटने का खतरा भी बना रहेगा।

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में OTT सेक्टर में कंसोलिडेशन का दौर और तेज होगा, लेकिन साथ ही रेगुलेशन भी पहले से ज्यादा सख्त रहेगा। ट्रम्प की चिंता अगर सही साबित होती है, तो यह डील न सिर्फ टल सकती है बल्कि पूरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की दिशा भी बदल सकती है।

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