एशेज 2025 में लगातार हार से जूझ रही England cricket team के लिए तीसरे टेस्ट से पहले एक और बड़ा झटका लग गया है। टीम के तूफानी तेज गेंदबाज़ Mark Wood घुटने की चोट के दोबारा उभर आने के कारण एशेज सीरीज के शेष सभी टेस्ट मैचों से बाहर हो गए हैं। वुड की यह चोट उन्हें 2025 के अधिकांश समय परेशान करती रही है और अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनकी उम्मीदों पर पूरी तरह पानी फिर गया है।
मार्क वुड ने पर्थ में खेला गया पहला टेस्ट मुकाबला जरूर खेला था, लेकिन इसके बाद ब्रिसबेन में हुए डे-नाइट टेस्ट से उन्हें एहतियातन बाहर रखा गया था, क्योंकि उनका घुटना पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया था। अब मेडिकल जांच के बाद यह साफ हो गया है कि सूजन उम्मीद से कहीं ज्यादा गंभीर है, जिसके चलते उनका आगे खेलना संभव नहीं है। इंग्लैंड और ECB ने वुड के बाहर होने की आधिकारिक पुष्टि कर दी है।
ECB की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मार्क वुड इस सप्ताह के अंत में इंग्लैंड लौटेंगे, जहां वह ईसीबी की मेडिकल टीम की निगरानी में अपना रिहैबिलिटेशन और रिकवरी शुरू करेंगे। उनकी जगह सरे के तेज़ गेंदबाज़ Matthew Fisher को इंग्लैंड की सीनियर टीम में शामिल किया गया है। फिशर पहले ही इंग्लैंड लायंस के साथ ऑस्ट्रेलिया में मौजूद थे और प्रैक्टिस मैचों में गेंदबाजी कर रहे थे।
वुड के लिए यह झटका भावनात्मक रूप से भी बेहद भारी है। एक टेस्ट खेलने के बाद ही बाहर होना उन्हें अंदर तक तोड़ गया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक बेहद भावुक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि उनकी यात्रा भी इस सीरीज की तरह बहुत छोटी रह गई। उन्होंने बताया कि बड़ी सर्जरी और टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए सात महीनों तक कड़ी मेहनत और रिहैब करने के बावजूद उनका घुटना उनका साथ नहीं दे पाया। वुड ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने इस दौरे पर बड़ा प्रभाव डालने की उम्मीद के साथ वापसी की थी, लेकिन तमाम इंजेक्शन और मेडिकल इलाज के बावजूद सूजन काबू में नहीं आई।
मार्क वुड ने अपने संदेश में टीम, मेडिकल स्टाफ, फैंस और खास तौर पर मशहूर समर्थक समूह Barmy Army का भी धन्यवाद किया। उन्होंने साफ कहा कि वह हार नहीं मानेंगे और पूरी तरह फिट होकर एक बार फिर राष्ट्रीय टीम के लिए मजबूत वापसी करने का लक्ष्य रखेंगे।
अब इंग्लैंड के बॉलिंग अटैक में बदलाव लगभग तय माना जा रहा है। तीसरे टेस्ट से पहले Josh Tongue के एडिलेड टेस्ट में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनने की पूरी संभावना है। वहीं लगातार दो टेस्ट हार के बाद इंग्लैंड को अपनी बल्लेबाजी क्रम पर भी गंभीरता से दोबारा विचार करना पड़ेगा।
एशेज सीरीज में इस वक्त इंग्लैंड 0-2 से पीछे चल रहा है और अब हालात ऐसे बन चुके हैं कि ऑस्ट्रेलिया में एक भी टेस्ट जीतना उनके लिए बड़ी चुनौती बन गया है। सीरीज जीतने की बात करना फिलहाल उनके लिए बेहद मुश्किल नजर आ रहा है। तीसरा टेस्ट अब सिर्फ सीरीज बचाने का नहीं, बल्कि इंग्लैंड की साख बचाने का मुकाबला बन चुका है, लेकिन मार्क वुड के बाहर होने से यह राह अब और भी कठिन हो गई है।