क्षेत्रीय आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने एवं सार्वजनिक आवागमन की सुविधा में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा महामाया माइंस से गोटूलमुंडा चौक तक 13.40 किलोमीटर लंबी सीमेंट कंक्रीट सड़क के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया। इस परियोजना का भूमिपूजन समारोह 18 दिसंबर, 2025 को सेल के कार्यपालक निदेशक (माइंस– सीजीएमओ सीएमएलओ) श्री कमल भास्कर ने विधिवत भूमिपूजन कर निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत की।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री अरुण कुमार तथा मुख्य महाप्रबंधक (लौह अयस्क समूह – सीजीएमओ- सीएमएलओ) श्री आर. बी. गहरवार की उपस्थिति रही। परियोजना के कार्यान्वयन से जुड़े ठेकेदार मेसर्स जी. पी. खेतान कंपनी के प्रतिनिधि श्री मयंक उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी एवं प्रतिनिधिगण भी समारोह में उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि उक्त सड़क का निर्माण राजहरा क्षेत्र की आम जनता तथा महामाया खनन क्षेत्र से जुड़े ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही मांग रही है। स्थानीय समुदायों के लिए सुरक्षित सड़क संपर्क के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा इस परियोजना को प्राथमिकता दी गई। मुख्य महाप्रबंधक (लौह अयस्क समूह – सीजीएमओ-सीएमएलओ) श्री आर. बी. गहरवार के मार्गदर्शन में राजहरा माइंस ग्रुप प्रबंधन द्वारा टेंडरिंग एवं कार्यान्वयन की समस्त प्रक्रियाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण कर परियोजना की शुरुआत सुनिश्चित की गई।
शिलान्यास एवं कार्य प्रारंभ कार्यक्रम के दौरान राजहरा माइंस ग्रुप के अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें महाप्रबंधक श्री जयप्रकाश, श्री अरुण कुमार, श्री अनुपम स्वरूप एवं श्री शिवेश कुमार, उप महाप्रबंधक श्री राकेश सिंह व श्री मंगेश शेलकर, सहायक महाप्रबंधक श्री रमेश हेडौ, श्री दुर्गेश मजगाहे एवं श्री विनीत सिन्हा, उप प्रबंधक श्री गिरीश मढ़ारिया, श्री सोमित दत्ता, श्री हिमांशु जोशी, सहायक प्रबंधक श्री महेंद्र कचुवाहा, श्री शिरीष ओखड़े, जूनियर मैनेज़र श्री राजेश पांडे, श्री संतराम साहू तथा श्री घनश्याम पारकर सहित संबंधित ठेकेदार के प्रतिनिधि एवं कर्मचारी शामिल थे।
परियोजना के पूर्ण होने पर इस सीमेंट कंक्रीट सड़क से क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय निवासियों एवं खनन गतिविधियों से जुड़े आवागमन सुगम होगा। इसके साथ ही यह सड़क राजहरा–महामाया क्षेत्र के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।