घर या ऑफिस की शोभा बढ़ाने वाला बांस का पौधा जब अचानक पीला पड़ने लगता है, तो यह चिंता का कारण बन जाता है। देखने में खूबसूरत और पॉजिटिव एनर्जी का प्रतीक माने जाने वाले इस पौधे का मुरझाया हुआ रूप अक्सर गलत देखभाल का नतीजा होता है। अच्छी बात यह है कि थोड़ी सी समझदारी और सही तरीकों को अपनाकर बांस के पौधे को दोबारा हरा-भरा और हेल्दी बनाया जा सकता है।
अधिकतर मामलों में बांस के पौधे के पीला होने की वजह पानी से जुड़ी होती है। या तो पौधे को जरूरत से ज्यादा पानी मिल रहा होता है या फिर लंबे समय तक वही गंदा पानी इस्तेमाल किया जा रहा होता है। अगर बांस पानी में रखा गया है, तो हर 7 से 10 दिन में पानी बदलना बेहद जरूरी है। हमेशा साफ, फिल्टर्ड या कम से कम 24 घंटे रखा हुआ पानी इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि उसमें मौजूद केमिकल्स पौधे को नुकसान न पहुंचाएं। गंदा पानी जड़ों को सड़ा देता है और इसका असर सीधे पत्तियों के रंग पर दिखता है।
रोशनी भी एक अहम कारण है। बांस का पौधा तेज और सीधी धूप को बिल्कुल पसंद नहीं करता। अगर इसे ऐसी जगह रखा गया है, जहां सीधे सूरज की किरणें पड़ती हैं, तो पत्तियां जलकर पीली होने लगती हैं। इसे ऐसी जगह रखें, जहां पर्याप्त रोशनी हो लेकिन धूप सीधे न पड़े। हल्की प्राकृतिक रोशनी या इनडायरेक्ट लाइट बांस के लिए सबसे बेहतर मानी जाती है।
जब पत्तियां या डंठल पूरी तरह पीले हो जाएं, तो उन्हें नजरअंदाज न करें। साफ और तेज कैंची से पीले हिस्सों को काट देना चाहिए। इससे पौधे की ऊर्जा खराब हिस्सों में खर्च होने के बजाय हेल्दी हिस्सों और नई पत्तियों के विकास में लगती है। कई बार सिर्फ छंटाई करने से ही पौधे में नई जान आ जाती है।
जड़ों की हालत भी जरूर जांचनी चाहिए। अगर जड़ें काली, भूरी या बदबूदार लगें, तो यह रूट रॉट का संकेत है। ऐसी स्थिति में सड़ी हुई जड़ों को हटा दें और पौधे को अच्छे से धोकर साफ बर्तन में ताजे पानी के साथ रखें। यह कदम पौधे को आगे और खराब होने से बचा सकता है।
खाद के मामले में बांस के साथ संयम जरूरी है। बहुत से लोग सोचते हैं कि ज्यादा खाद देने से पौधा जल्दी हरा हो जाएगा, जबकि सच इसके उलट है। बांस को बहुत कम पोषण की जरूरत होती है। महीने में सिर्फ एक बार हल्की लिक्विड फर्टिलाइजर या खास लकी बांस फूड देना पर्याप्त होता है। ज्यादा खाद देने से पौधा और ज्यादा पीला पड़ सकता है।
अगर बांस मिट्टी में लगा हुआ है, तो ड्रेनेज पर खास ध्यान देना चाहिए। गमले में पानी जमा नहीं होना चाहिए। ऊपर की मिट्टी सूखने के बाद ही पानी दें, क्योंकि लगातार गीली मिट्टी जड़ों को नुकसान पहुंचाती है और पौधा धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है।
बांस को लंबे समय तक हरा-भरा रखने के लिए कुछ छोटी-छोटी आदतें भी मददगार साबित होती हैं। हफ्ते में एक बार पत्तियों को हल्के गीले कपड़े से साफ करें, ताकि धूल जमा न हो। पौधे को बहुत ठंडी या बहुत गर्म जगह पर न रखें और बार-बार उसकी जगह बदलने से बचें। स्थिर माहौल में बांस का पौधा ज्यादा बेहतर तरीके से बढ़ता है।
थोड़ी सी सही देखभाल और नियमित ध्यान से पीला पड़ चुका बांस का पौधा फिर से अपनी पुरानी हरियाली और सुंदरता पा सकता है।