भारतीय रेलवे ने जनरल रिजर्वेशन टिकट बुकिंग को लेकर बड़ा बदलाव किया है, जो सीधे तौर पर आम यात्रियों को राहत देने वाला माना जा रहा है। 29 दिसंबर से आधार ऑथेंटिकेटेड IRCTC यूजर्स के लिए ऑनलाइन जनरल रिजर्व्ड टिकट बुक करने की समय-सीमा बढ़ा दी गई है। अब आधार से जुड़े अकाउंट वाले यूजर्स को टिकट बुक करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा, जबकि बिना आधार लिंक किए यूजर्स को पहले की तरह सीमित समय में ही टिकट बुक करना होगा।
रेलवे के नए नियमों के मुताबिक, फिलहाल आधार वेरिफाइड IRCTC यूजर्स को टिकट बुक करने के लिए 4 घंटे का एक्सक्लूसिव समय दिया जा रहा है, जिसे चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाएगा। 12 जनवरी 2026 से यह समय बढ़कर 16 घंटे हो जाएगा। पहले यह सुविधा सिर्फ 15 मिनट के लिए मिलती थी, जिसमें ही टिकट बुक करना होता था। रेलवे का मानना है कि समय बढ़ने से असली यात्रियों को फायदा होगा और फर्जी अकाउंट्स के जरिए टिकट हड़पने की प्रवृत्ति पर रोक लगेगी।
अब आधार वेरिफाइड यूजर्स ओपनिंग डे पर सुबह 8 बजे से टिकट बुक कर सकेंगे, जबकि जिन यूजर्स ने आधार लिंक नहीं किया है, उन्हें रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक का ही समय मिलेगा। यानी बिना आधार वाले अकाउंट्स के लिए शुरुआती कई घंटे टिकट बुकिंग बंद रहेगी। रेलवे ने यह भी तय किया है कि आधार वेरिफाइड यूजर्स अब हर महीने 24 टिकट तक बुक कर सकेंगे, जबकि पहले यह सीमा 12 टिकट की थी।
रेलवे बोर्ड के अनुसार, टिकट बुकिंग की यह नई व्यवस्था फेज वाइज लागू की जा रही है। 29 दिसंबर को ओपनिंग डे पर आधार वेरिफाइड यूजर्स को सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक 4 घंटे का समय मिला। 5 जनवरी 2026 से यह समय बढ़कर सुबह 8 से शाम 4 बजे तक यानी 8 घंटे हो जाएगा और 12 जनवरी 2026 से आधार वेरिफाइड यूजर्स पूरे दिन यानी सुबह 8 से रात 12 बजे तक टिकट बुक कर सकेंगे। इसके बाद बिना आधार वाले यूजर्स के लिए विंडो खुलेगी।
रेलवे का साफ कहना है कि इस फैसले का मकसद दलालों और फर्जी एजेंट्स की बुकिंग पर रोक लगाना है। कई बार टिकट खुलते ही कुछ ही मिनटों में फुल हो जाते थे, जिससे आम यात्रियों को परेशानी होती थी। आधार ऑथेंटिकेशन से यह सुनिश्चित होगा कि टिकट वही व्यक्ति बुक कर रहा है, जिसकी पहचान सत्यापित है। यही नियम तत्काल टिकट बुकिंग में पहले ही लागू किए जा चुके हैं।
ऑनलाइन टिकट बुक करने के लिए अब IRCTC अकाउंट का आधार से लिंक होना जरूरी होगा। टिकट बुक करते समय रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP आएगा, जिसे डालने के बाद ही टिकट कन्फर्म होगा। काउंटर से टिकट बुक करने वालों के लिए भी आधार आधारित OTP वेरिफिकेशन लागू किया गया है। अगर कोई यात्री किसी और के लिए टिकट ले रहा है, तो उस यात्री का आधार और OTP जरूरी होगा।
रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि ग्रुप बुकिंग में सभी यात्रियों का आधार वेरिफिकेशन जरूरी नहीं है। एक PNR पर अधिकतम 12 यात्रियों का टिकट बुक किया जा सकता है और शुरुआती समय में कम से कम बुकिंग करने वाले व्यक्ति का आधार वेरिफाइड होना अनिवार्य है। पूरे देश में यह नियम समान रूप से लागू होंगे और इसके लिए CRIS और IRCTC को तकनीकी बदलाव के निर्देश दिए गए हैं।
कुल मिलाकर रेलवे का यह कदम आम यात्रियों के हित में माना जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इससे टिकट बुकिंग ज्यादा पारदर्शी होगी, दलालों पर शिकंजा कसेगा और सच में यात्रा करने वाले लोगों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी।