भारी मुनाफे का सपना बना 98 लाख का झटका: पुणे में ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम ने फिर खोली आंखें

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ऑनलाइन निवेश और शेयर बाजार में जल्दी अमीर बनने की चाह अब लोगों के लिए सबसे बड़ा खतरा बनती जा रही है। पुणे के थेरगांव इलाके से सामने आया ताजा मामला इसी कड़वी सच्चाई को उजागर करता है, जहां भारी मुनाफे के लालच में एक 56 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी जिंदगी की जमा-पूंजी के 98 लाख रुपये गंवा दिए। यह ठगी इतनी योजनाबद्ध थी कि पीड़ित को आखिरी वक्त तक एहसास ही नहीं हुआ कि वह एक बड़े स्कैम का शिकार बन चुका है।

जानकारी के मुताबिक, यह ठगी सितंबर महीने में शुरू हुई। पीड़ित को एक मोबाइल मैसेजिंग ऐप के जरिए एक ऐसे ग्रुप में जोड़ा गया, जिसका नाम और प्रोफाइल किसी जानी-मानी निवेश कंपनी से मिलता-जुलता था। प्रोफेशनल भाषा, चार्ट्स और मुनाफे के दावे देखकर पीड़ित को भरोसा हो गया कि वह किसी असली निवेश प्लेटफॉर्म से जुड़ा है। ग्रुप में मौजूद लोग शेयर बाजार में 15 प्रतिशत से ज्यादा रिटर्न का दावा कर रहे थे और यही दावा पीड़ित के लिए जाल साबित हुआ।

इसके बाद ठगों ने एक मोबाइल एप डाउनलोड करवाया, जिसे ट्रेडिंग और मुनाफा देखने का जरिया बताया गया। जैसे-जैसे पीड़ित ने पैसा लगाना शुरू किया, उस फर्जी एप पर निवेश और मुनाफा बढ़ता हुआ दिखाई देता रहा। स्क्रीन पर दिखते फायदों ने भरोसा और मजबूत कर दिया। सितंबर से नवंबर के बीच पीड़ित ने अलग-अलग बैंक खातों में कई किश्तों में बड़ी रकम ट्रांसफर कर दी, क्योंकि हर बार उसे लग रहा था कि उसका पैसा सुरक्षित है और तेजी से बढ़ रहा है।

असल झटका तब लगा, जब पीड़ित ने अपने मुनाफे को निकालने की कोशिश की। पैसे लौटाने के बजाय ठगों ने नई शर्तें रख दीं और आईपीओ में निवेश के नाम पर और रकम मांगने लगे। जब कुल 98 लाख रुपये ट्रांसफर करने के बाद भी एक रुपया वापस नहीं मिला और संपर्क पूरी तरह टूट गया, तब जाकर पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने पिंपरी-चिंचवाड़ साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जहां अब मामले की जांच चल रही है।

यह मामला कोई अपवाद नहीं है। हाल के महीनों में ऑनलाइन ट्रेडिंग और निवेश के नाम पर ठगी के मामलों में तेज उछाल देखा गया है। कहीं लाखों तो कहीं करोड़ों रुपये की ठगी ने यह साफ कर दिया है कि स्कैमर्स लोगों के भरोसे और लालच दोनों का फायदा उठा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में सबसे बड़ी गलती बिना जांच-पड़ताल के अनजान ऐप्स, ग्रुप्स और लोगों पर भरोसा करना है।

साइबर पुलिस लगातार लोगों को चेतावनी दे रही है कि अगर कोई कम समय में तय और असामान्य मुनाफे का वादा करता है, तो सतर्क हो जाएं। निवेश हमेशा आधिकारिक और सेबी-रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म के जरिए ही करें, किसी व्यक्ति के निजी खाते में पैसा ट्रांसफर करने से बचें और किसी भी नए ऐप या ग्रुप से जुड़ने से पहले उसकी पूरी जांच करें। वरना भारी मुनाफे का सपना, पुणे की इस घटना की तरह, जिंदगी भर का पछतावा बन सकता है।

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