दिग्गज भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी Saina Nehwal ने बिहार की खेल प्रतिभा को लेकर बड़ा भरोसा जताया है। पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान साइना ने कहा कि बिहार में खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो बस सही चयन, मार्गदर्शन और वैज्ञानिक प्रशिक्षण की। उनके मुताबिक यहां के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की पूरी क्षमता रखते हैं और उचित अवसर मिलने पर वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
साइना ने बताया कि बिहार के प्रतिभावान बैडमिंटन खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें व्यवस्थित प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने राज्य में खेलों, खासकर बैडमिंटन के भविष्य पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मौजूदा आधारभूत ढांचा मजबूत है और सरकार की सकारात्मक खेल नीतियां खिलाड़ियों के लिए नए रास्ते खोल रही हैं। इससे पहले साइना ने बिहार की खेल मंत्री श्रेयसी सिंह से मुलाकात की, जहां उनका अंगवस्त्र और प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। इस मौके पर साइना ने कहा कि बिहार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन के जरिए पहले ही खेल मानचित्र पर अपनी छाप छोड़ चुका है।
बिहार से अपने भावनात्मक जुड़ाव को याद करते हुए साइना ने कहा कि उन्होंने अपनी पहली राष्ट्रीय चैंपियनशिप पटना में ही जीती थी, इसलिए इस राज्य से उनका रिश्ता खास है। उन्होंने भरोसा जताया कि सरकार, खेल विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के समन्वित प्रयासों से आने वाले समय में बिहार से कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी उभरेंगे। साइना ने यह भी स्पष्ट किया कि खिलाड़ियों के विकास के लिए वह हरसंभव सहयोग देने को तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि साइना नेहवाल पद्मश्री, पद्म भूषण और राजीव गांधी खेल रत्न जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाज़ी जा चुकी हैं। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और 2012 के लंदन ओलंपिक में उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया था। विश्व नंबर एक रैंकिंग तक पहुंचने वाली एकमात्र भारतीय महिला खिलाड़ी के रूप में उन्होंने 2010 और 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण सहित कई अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए हैं।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण के अनुसार साइना करीब दस दिन तक बिहार में रहेंगी और विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन करेंगी। चयनित खिलाड़ियों को सरकार की ‘प्रेरणा’ छात्रवृत्ति योजना के तहत एकलव्य राज्य आवासीय प्रशिक्षण केंद्र में आधुनिक खेल उपकरण और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण की सुविधा दी जाएगी। यह पहल बिहार के बैडमिंटन भविष्य को नई दिशा देने की ओर एक अहम कदम मानी जा रही है।