भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शाॅप-2 ने लैडल 24 के लिए अब तक की सबसे अधिक स्टील लैडल लाइफ दर्ज की है। 121 साइकल के पिछले सर्वश्रेष्ठ लैडल लाइफ के रिकाॅर्ड को पार करते हुए, लैडल नंबर 24 ने 122 साइकल की सर्वश्रेष्ठ लैडल लाइफ दर्ज करते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है।
मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-2) श्री एस के घोषाल ने टीम के सामूहिक प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि विभाग की ऊर्जावान और समर्पित टीम भविष्य में भी श्रेष्ठ प्रदर्षन करते हुए नए कीर्तिमान बनाएगी। उन्होंने सभी सहयोगी एजेंसियों और सेक्षन्स को भी बधाई दी।
इस लैडल ने 14000 टन से अधिक क्रूड स्टील की हैंडलिंग की है। विदित हो कि एसएमएस-2 के लैडल का औसत जीवनकाल 88 साइकल ही होता है, तथा ऐसे में 122 साइकल की लैडल लाइफ प्राप्त करने की यह उपलब्धि बेहतर तकनीकी-अर्थशास्त्र, उत्पादकता और लाभप्रदता की ओर प्रेरित करने वाली एक बड़ी सफलता है। लागत बचाने की दिषा में इसकी सक्रिय भूमिका होने के कारण स्टील उत्पादन उद्योग में लैडल लाइफ सर्वोपरि महत्व रखती है। लंबे समय तक चलने वाली लैडल लाइफ न केवल प्रतिस्थापन की आवृत्ति को कम करता है, बल्कि संसाधन उपयोग को अनुकूलित करने, डाउनटाइम को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस प्रकार सुदीर्घ लैडल लाइफ सीधे तकनीकी-अर्थशास्त्र में सुधार लाने के साथ शाॅप्स के उत्पादन को पूरा करने हेतु इष्टतम लैडल उपलब्धता भी सुनिश्चित करता है।
संयंत्र की उत्पादकता में वृद्धि के लिए स्टील लैडल की उपलब्धता बनाए रखने हेतु एसएमएस-2 ने स्टील लैडल्स लाइफ को बढ़ाने की दिषा में ध्यान केंद्रित किया है। लैडल लाइफ को प्रभावी ढंग से बढ़ाने के लिए, विभिन्न नवीन कार्य पद्धतियों को उपयोग में लाया गया है, जिनमें स्लैब बेसिसिटी और ऑनलाइन निरीक्षण सुनिश्चित करना शामिल हैं।
ये उपलब्धियाँ प्रभावी टीम वर्क, निरंतर प्रयासों और स्टील मेल्टिंग शॉप-2, एवं अन्य संबद्ध एजेंसियों के कर्मचारियों के पूर्ण सहयोग से संभव हुई हैं।