लंदन में 51 साल के एक भारतीय मूल के शख्स को एक सेक्स वर्कर की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। 30 साल पहले संदीप पटेल ने वेस्टमिन्स्टर इलाके में 39 साल की सेक्सवर्कर की हत्या की थी।
उसने 140 बार उसपर चाकू से वार किया था। मरीना कोप्पल की हत्या के मामले में 28 साल तक तो उसका कहीं नाम भी नहीं आया।
2022 में उसके नाम मुकदमा दर्ज किया गया और अब कोर्ट ने उसे दोषी ठहराते हुए सजा सुना दी है।
कैसे पकड़ में आया आरोपी
कोप्पल की एक अंगूठी पर बाल चिपका हुआ था। इस अंगूठी को हत्या वाली जगह से ही बरामद किया गया था।
इस बाल का डीएनए मैच कराया गया तो संदीप पटेल के बारे में जानकारी हासिल हुई। जांच अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से पाए गए पैरों के निशान भी पटेल के ही हैं।
पुलिस डिपार्टमेंट में ऑपरेशनल फरेंसिक मैनेजर डैन चेस्टर ने बताया, मरीना की हत्या की गुत्थी सुलझाने में अधिकारियों ने बड़ी मेहनत की।
इसका श्रेय फरेंसिक साइंटिस्ट, फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट, फरेंसिक मैनेजर और जांच करने वाली पूरी टीम को जाता है। मरीना वैसे तो फुल टाइम मसाज का काम करती थी। हालांकि वह पार्ट टाइम सेक्सवर्कर भी थी।
उसके दो बच्चे भी थे। एक दिन जब वह घऱ वापस नहीं आई तो पति ने तलाश शुरू की। बाद में मरीना का शव मिला। उसी समय प्लास्टिक कैरी बैग पर पटेल के फिंगरप्रिंट मिले थे लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई थी।
बाद में जब फरेंसिक साइंस में भी आधुनिक तकनीक आई तो साल 2008 में अंगूठी से मिले बाल का डीएनए टेस्ट किया गया। इसे पटेल के डीएनए के साथ लिंक करने और उसकी तलाश करने में 14 साल का वक्त लग गया।
पटेल एक अन्य मामले में भी आरोपी था। उस मामले में उसका डीएनए रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। इसके बाद 2022 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
हत्या के बाद मरीना का बैंक कार्ड पटेल के घर के पास से मिला था। याहू न्यूज के मुताबिक बीते साल ही पुलिस ने मरीना के कमरे में पाए गए फुटप्रिंट से पटले के फुटप्रिंट मैच कराए थे। मरीने के पति की भी 2005 में मौत हो गई थी।