मानसून में बिस्कुट और नमकीन कुरकुरे कैसे रखें? यह सवाल हर घर की किचन में उठता है, खासकर तब जब बारिश के मौसम में हवा में नमी बढ़ जाती है। यही नमी हमारी फेवरेट स्नैक्स को नरम बना देती है, उनका स्वाद बिगाड़ देती है और कभी-कभी उनमें फफूंदी (फंगस) तक लग जाती है।
अगर आप चाहते हैं कि आपके बिस्कुट बारिश के मौसम में भी क्रिस्पी, टेस्टी और फ्रेश बने रहें, तो आपको उन्हें स्टोर करने के तरीके बदलने होंगे। यहां हम आपको बता रहे हैं 5 बेहद आसान और प्रभावी टिप्स, जो आपके बिस्कुट को लंबे समय तक सुरक्षित और स्वादिष्ट बनाए रखेंगे।
✅ 1. एयरटाइट कंटेनर का करें इस्तेमाल
सबसे पहला और जरूरी नियम है — नमी से बचाव। बिस्कुट को हमेशा एयरटाइट डिब्बे में रखें।
कांच के जार प्लास्टिक या मेटल कंटेनर से बेहतर होते हैं क्योंकि ये नमी को अंदर नहीं जाने देते।
हर बार डिब्बा खोलने के बाद ढक्कन को अच्छी तरह से बंद करना न भूलें।
✅ 2. सिलिका जेल पैकेट रखें साथ में
सिलिका जेल के छोटे पैकेट अक्सर जूते, बैग या इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ आते हैं। इन्हें फेंकने की बजाय बिस्कुट के डिब्बे में रख दें।
ये पैकेट हवा में मौजूद नमी को सोख लेते हैं।
इससे बिस्कुट लंबे समय तक ड्राई और फ्रेश रहते हैं।
✅ 3. चावल या नमक के साथ स्टोर करें
एक छोटे से कपड़े की थैली में सूखा चावल या मोटा नमक भरें और बिस्कुट के डिब्बे में रख दें।
चावल और नमक दोनों ही प्राकृतिक नमी सोखने वाले (moisture absorber) होते हैं।
हर 10-15 दिन में इन्हें बदलना न भूलें।
✅ 4. फ्रिज में न रखें, सूखी जगह चुनें
लोग सोचते हैं कि फ्रिज में रखने से बिस्कुट सुरक्षित रहेंगे, लेकिन सच यह है कि फ्रिज की हवा में भी नमी होती है।
फ्रिज में रखने से बिस्कुट नरम हो सकते हैं।
इन्हें सूखी, ठंडी और हवादार अलमारी में रखें।
✅ 5. छोटे हिस्सों में बांटकर स्टोर करें
पूरे पैकेट को बार-बार खोलने से अंदर नमी चली जाती है। इसलिए बिस्कुट को छोटे-छोटे डिब्बों में बांटकर रखें।
इससे हर बार पूरी मात्रा एक्सपोज नहीं होती।
बचे हुए बिस्कुट लंबे समय तक ताजे और कुरकुरे बने रहते हैं।
निष्कर्ष:
मानसून में बिस्कुट को स्टोर करना जितना आसान लगता है, उतना है नहीं। लेकिन इन 5 टिप्स को अपनाकर आप बिस्कुट और अन्य नमकीन आइटम्स को नमी, फंगस और स्वाद खराब होने से बचा सकते हैं।
तो अगली बार बारिश की रिमझिम के साथ चाय का आनंद लें, बिना किसी बिस्कुट के नरम होने की चिंता