ry garlic chutney: अगर आपके खाने में चटपटे स्वाद की कमी है, तो सूखी लहसुन चटनी उसे पूरा कर सकती है। यह चटनी खासतौर पर वड़ा पाव, पराठा, दाल-चावल और दही-चावल के साथ गजब लगती है। तेज लहसुन का फ्लेवर, मसालों का तड़का और तेल की हल्की खुशबू इसे खास बनाते हैं। महाराष्ट्र और गुजरात में यह चटनी रोजमर्रा के खाने का हिस्सा है। अच्छी बात यह है कि इसे एक बार बनाकर हफ्तों तक स्टोर किया जा सकता है।
सूखी लहसुन चटनी बनाने के लिए जरूरी सामग्री
- लहसुन की कलियां – 20-25
- सूखा नारियल (कद्दूकस किया हुआ) – 1/2 कप
- लाल मिर्च पाउडर – 2 टेबलस्पून
- भुना जीरा पाउडर – 1 टीस्पून
- नमक – स्वादानुसार
- तेल – 1 टेबलस्पून
- तिल – 1 टेबलस्पून (वैकल्पिक)
सूखी लहसून चटनी बनाने की विधि
- सबसे पहले लहसुन की कलियों का छिलका उतार लें और हल्का भून लें ताकि उसका कच्चापन खत्म हो जाए।
- अब एक पैन में थोड़ा सा तेल डालें और उसमें सूखा नारियल सुनहरा होने तक भूनें।
- उसी पैन में तिल डालकर हल्का भून लें और अलग रख दें।
- अब मिक्सर जार में लहसुन, नारियल, तिल, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर और नमक डालकर दरदरा पीस लें।
- अगर चाहें तो इसमें थोड़ा सा तेल मिलाकर इसे और स्वादिष्ट बना सकते हैं।
20 दिन तक स्टोर करने का परफेक्ट तरीका
पूरी तरह ठंडी करें: चटनी बनाने के बाद उसे पूरी तरह ठंडा होने दें। गरम चटनी को स्टोर करने से नमी पैदा होती है, जिससे फंगस लग सकती है।
एयरटाइट कंटेनर में रखें: सूखी और साफ कांच या स्टील की बोतल/डिब्बे का इस्तेमाल करें। कंटेनर में हवा बिल्कुल न जाए – तभी चटनी लंबे समय तक चलेगी।
फ्रिज में रखें: चटनी को रेफ्रिजरेटर में स्टोर करें। नॉर्मल तापमान में रखने पर नमी के कारण वह जल्दी खराब हो सकती है।
सूखे चम्मच से निकालें: जब भी चटनी निकालें, हमेशा सूखे और साफ चम्मच का ही उपयोग करें। गीला चम्मच डालने से फंगस लगने का खतरा रहता है।
थोड़ा तेल मिलाएं (वैकल्पिक): चाहें तो चटनी में थोड़ा सरसों या मूंगफली का तेल ऊपर से डाल सकते हैं। इससे चटनी की शेल्फ लाइफ बढ़ती है।
किन बातों से बचें
- नमी वाली जगह या ढक्कन खुला छोड़ना।
- गीले हाथ या चम्मच से निकालना।
- बहुत अधिक मात्रा में चटनी बाहर निकालकर फिर वापस कंटेनर में डालना।
इन सावधानियों को अपनाकर आप सूखी लहसुन चटनी को 20 दिन या उससे भी ज्यादा समय तक सुरक्षित और स्वादिष्ट रख सकते हैं।