32 साल के एक युवक ने बताया कि डेढ़ साल पहले हुए ब्रेकअप के बाद भी वह अपनी एक्स को सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट से फॉलो करता है। वह हर पोस्ट, हर कमेंट चेक करता है—भले ही एक्स उसे ब्लॉक कर चुकी हो। यह आदत अब एक तरह का ऑब्सेशन बन गई है, जिसे वह छोड़ना चाहता है।
एक्सपर्ट राय – डॉ. द्रोण शर्मा, कंसल्टेंट साइकेट्रिस्ट
ब्रेकअप के बाद याद आना और सोशल मीडिया देखना सामान्य है, लेकिन जब यह आदत हेल्दी बाउंड्री पार करके लगातार पीछा करने में बदल जाए, तो यह मानसिक और कानूनी, दोनों रूप से नुकसानदायक हो सकती है।
कानून क्या कहता है?
भारतीय न्याय संहिता की धारा 354D के तहत किसी महिला की अनुमति के बिना बार-बार उसका पीछा करना या उसकी ऑनलाइन एक्टिविटी मॉनिटर करना स्टॉकिंग है।
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पहला अपराध: 3 साल जेल + जुर्माना
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दोहराने पर: 5 साल जेल + जुर्माना
आपका व्यवहार फिलहाल शुरुआती स्तर का है, लेकिन इसे जारी रखना या बढ़ाना आपको कानूनी जोखिम में डाल सकता है।
रीबाउंड सेक्स का सच
ब्रेकअप के तुरंत बाद नए रिश्ते या शारीरिक संबंध बनाना कुछ समय के लिए अच्छा लग सकता है, लेकिन रिसर्च बताती है कि यह हीलिंग नहीं देता—बल्कि इमोशनल खालीपन और उलझन बढ़ा सकता है।
4 हफ्तों का सेल्फ-हीलिंग प्लान
सप्ताह 1 – स्वीकार करें और दूरी बनाएं
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एक्स को एक पत्र लिखें (न भेजें)
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सोशल मीडिया पर म्यूट/अनफॉलो
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डायरी में रोज भावनाएँ लिखें
सप्ताह 2 – ऑब्सेशन से निकलें
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स्क्रीन टाइम लिमिट करें
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हर दिन खुद को चुनौती दें कि उसका प्रोफाइल न देखें
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इच्छाओं को सिर्फ महसूस करें, उन पर एक्ट न करें
सप्ताह 3 – खुद को फिर से गढ़ें
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पुरानी हॉबीज और दोस्तों से जुड़ें
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नई स्किल सीखें
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रिश्तों से अपनी उम्मीदें और पुराने पैटर्न समझें
सप्ताह 4 – नए दरवाजे खोलें
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ब्रेकअप से मिले सबक पहचानें
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खुद को माफ करें
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नए रिश्ते और भविष्य की कल्पना करें
निष्कर्ष:
हीलिंग का मतलब अतीत से भागना नहीं, बल्कि उसे स्वीकार कर उसके बोझ से मुक्त होना है। सोशल मीडिया स्टॉकिंग या रीबाउंड आपको सिर्फ भ्रमित करता है। असली राहत तभी मिलेगी जब आप अपनी ऊर्जा भविष्य की ओर मोड़ेंगे और जरूरत पड़ने पर मदद लेंगे।