दिल (Heart) शरीर का इंजन है। अगर यह सही से काम न करे तो पूरा सिस्टम डगमगा जाता है। आज की भाग-दौड़, तनाव और असंतुलित लाइफस्टाइल सबसे ज़्यादा असर दिल पर ही डालती है। अगर समय रहते संकेतों को पहचाना न जाए, तो यह गंभीर हार्ट प्रॉब्लम में बदल सकता है।
तो आइए जानते हैं, कौन से 5 लक्षण बताते हैं कि आपका दिल धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है।
1. बिना वजह थकान रहना
अगर छोटे-छोटे काम करने के बाद भी आप बेहद थका हुआ महसूस करते हैं और आराम करने पर भी ऊर्जा वापस नहीं आती, तो यह चेतावनी का इशारा है। कमजोर दिल शरीर तक पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन नहीं पहुंचा पाता, जिसकी वजह से लगातार थकान बनी रहती है।
2. बार-बार सांस फूलना
सीढ़ियां चढ़ते समय, हल्की दौड़ लगाने या सामान्य कामकाज में भी सांस फूलने लगे तो इसे हल्के में न लें। यह दिल की पंपिंग क्षमता घटने का संकेत हो सकता है। जब दिल सही मात्रा में खून पंप नहीं कर पाता, तो फेफड़ों तक ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और सांस लेने में तकलीफ होती है।
3. पैरों व टखनों में सूजन
कमजोर दिल की वजह से शरीर में फ्लूइड रिटेंशन बढ़ जाता है। इसका असर पैरों, टखनों और कभी-कभी पेट पर भी सूजन के रूप में दिखने लगता है। यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे तो डॉक्टर से जांच ज़रूर करानी चाहिए।
4. सीने में दबाव या दर्द
चलते समय, मेहनत करने पर या तनाव की स्थिति में अगर सीने में भारीपन, कसाव या हल्का दर्द महसूस हो, तो यह संकेत हो सकता है कि दिल को पर्याप्त खून और ऑक्सीजन नहीं मिल रही। बार-बार ऐसा होना किसी गंभीर हार्ट डिजीज की ओर इशारा करता है।
5. अनियमित या तेज धड़कन
हार्ट वीक होने पर धड़कन सामान्य रफ्तार से अलग हो सकती है। कभी बहुत तेज, तो कभी अनियमित तरीके से धड़कना – यह संकेत देता है कि दिल के इलेक्ट्रिकल सिग्नल असंतुलित हो रहे हैं। इसे नज़रअंदाज़ करना खतरनाक साबित हो सकता है।
अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। साथ ही संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम और तनाव कम करना दिल को मजबूत बनाए रखने के लिए बेहद ज़रूरी है।