तुलसी चाय – सर्दी में सेहत देने वाला सबसे आसान घरेलू नुस्खा
सर्दियों के मौसम में जब ठंडी हवाएं शरीर को सुन्न करने लगती हैं और गले में खराश, सर्दी-जुकाम या हल्की थकान महसूस होती है, ऐसे समय में तुलसी की चाय शरीर को अंदर से गर्माहट देती है और सेहत को प्राकृतिक तरीके से मजबूत बनाती है। तुलसी चाय सिर्फ एक हर्बल ड्रिंक नहीं, बल्कि एक ऐसा आसान घरेलू उपाय है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, सांस से जुड़ी परेशानियों को कम करता है और मानसिक तनाव को भी दूर करता है।
भारत में तुलसी को हमेशा से औषधीय पौधा माना गया है। तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व शरीर को रोगों से रक्षा करते हैं। सर्दी-जुकाम, खांसी और गले के दर्द में तुलसी चाय तुरंत राहत देती है, क्योंकि इसमें मौजूद युजेनॉल और कैम्फीन शरीर में गर्माहट पहुंचाकर जमाव और बलगम को कम करते हैं। नियमित रूप से सुबह या शाम को इसका सेवन करने से सांस फूलना या सीने में भारीपन जैसी परेशानियां भी कम होती हैं।
तुलसी चाय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है। तुलसी के पत्तों में मौजूद शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत देते हैं, जिससे बार-बार होने वाला सर्दी-जुकाम, इंफेक्शन या कमजोरी जैसी समस्याएं कम हो जाती हैं। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करती है, जिससे हृदय की सेहत भी सुरक्षित रहती है और हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट ब्लॉकेज का खतरा कम होता है।
मानसिक तनाव या थकान से परेशान लोगों के लिए भी यह चाय बेहद फायदेमंद मानी जाती है। तुलसी को प्राकृतिक एडैप्टोजन माना जाता है, जो दिमाग को शांत करता है, तनाव के स्तर को कम करता है और मूड को बेहतर बनाता है। दिनभर की भागदौड़ या काम के बाद एक कप गर्म तुलसी चाय मन को सुकून देती है और ऊर्जा वापस लौटाती है। त्वचा और बालों के लिए भी तुलसी चाय फायदेमंद है। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालती है, जिससे त्वचा साफ नजर आती है और बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है। नियमित सेवन से स्किन इंफेक्शन, पिंपल्स और बाल झड़ने की समस्या भी कम होती है।
तुलसी चाय बनाना बेहद आसान है। इसके लिए बस दो कप पानी में सात से आठ ताज़ी तुलसी की पत्तियां और थोड़ा-सा कद्दूकस किया हुआ अदरक डालकर पांच से सात मिनट धीमी आंच पर उबाल लें। गैस बंद करने के बाद चाहें तो इसमें एक चम्मच शहद और थोड़ी नींबू की बूंदें मिलाकर छान लें। यह चाय सुबह खाली पेट या शाम को आराम के समय पी जाए, तो इसका असर जल्दी दिखाई देता है।
ध्यान रखने वाली बात यह है कि तुलसी चाय भले ही प्राकृतिक हो, लेकिन किसी भी स्वास्थ्य समस्या या दवाई चल रही हो तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।