Amla Side Effects: फायदे नहीं, नुकसान दे सकता है आंवला! इन 5 हेल्थ कंडीशन में सेवन करना पड़ सकता है भारी

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Amla Side Effects: सर्दियों में आंवला को आयुर्वेद में अमृत के समान माना जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने, बालों को मजबूत बनाने और त्वचा में निखार लाने के लिए लोग कच्चा आंवला, मुरब्बा या जूस बड़े भरोसे के साथ सेवन करते हैं। इसी वजह से इसे सुपरफूड भी कहा जाता है। लेकिन यह सच्चाई भी उतनी ही अहम है कि हर हेल्दी चीज हर व्यक्ति के शरीर के लिए फायदेमंद ही हो, ऐसा जरूरी नहीं। कुछ खास स्वास्थ्य स्थितियों में आंवला फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है और समस्या को और बढ़ा सकता है।

जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, उनके लिए आंवला सावधानी मांगता है। आंवला प्राकृतिक रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है, लेकिन अगर किसी का बीपी पहले से ही लो रहता है, तो इसका नियमित या ज्यादा सेवन चक्कर, कमजोरी और थकान जैसी परेशानियों को जन्म दे सकता है। ऐसे लोगों को आंवला लेने से पहले खास सतर्कता बरतनी चाहिए।

पेट से जुड़ी दिक्कतों में भी आंवला परेशानी बढ़ा सकता है। आंवला स्वाद में खट्टा होता है और इसमें विटामिन C की मात्रा काफी अधिक होती है। जिन लोगों को एसिडिटी, गैस, एसिड रिफ्लक्स, पेट में जलन या अल्सर की शिकायत रहती है, उनके लिए आंवला लेने से सीने में जलन और पेट दर्द जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे मामलों में इसे रोजाना लेने से बचना बेहतर माना जाता है।

अगर किसी की हाल ही में सर्जरी हुई है या जल्द सर्जरी होने वाली है, तो आंवला सेवन से दूरी बनाना जरूरी हो जाता है। आंवला ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर दोनों को प्रभावित करता है, जिससे सर्जरी के दौरान या बाद में कॉम्प्लिकेशन का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए सर्जरी से पहले और रिकवरी के समय आंवला न लेने की सलाह दी जाती है।

डायबिटीज के मरीजों के लिए भी आंवला दोधारी तलवार जैसा है। सीमित मात्रा में यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद कर सकता है, लेकिन अगर शुगर की दवाएं पहले से चल रही हों और साथ में आंवला ज्यादा मात्रा में लिया जाए, तो शुगर लेवल अचानक बहुत नीचे गिर सकता है। इससे हाइपोग्लाइसीमिया जैसी स्थिति बन सकती है, जो खतरनाक हो सकती है।

कुछ लोगों में आंवला एलर्जी की वजह भी बन सकता है। जिनकी स्किन या पाचन तंत्र बहुत सेंसिटिव होता है, उन्हें आंवला खाने के बाद खुजली, रैशेज, मुंह में जलन या सूजन जैसी दिक्कतें महसूस हो सकती हैं। ऐसे लोगों को आंवला बहुत सीमित मात्रा में लेना चाहिए या पूरी तरह बचना चाहिए।

अगर आप पूरी तरह स्वस्थ हैं, तो रोज एक कच्चा आंवला या लगभग 20 से 30 मिली आंवला जूस पर्याप्त माना जाता है। खाली पेट लेने से पहले शरीर की प्रतिक्रिया पर ध्यान देना जरूरी है। किसी भी पुरानी बीमारी, दवा या विशेष हेल्थ कंडीशन में आंवला को नियमित डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना सबसे सुरक्षित तरीका होता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से दिया गया है। किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या या उपचार से जुड़ा निर्णय लेने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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