Kiwi Plantation: कीवी को यूं ही सुपरफूड नहीं कहा जाता। विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर यह फल इम्यूनिटी मजबूत करने के साथ पाचन और त्वचा की सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। अक्सर लोग कीवी को महंगा और सिर्फ विदेशों में उगने वाला फल समझते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि थोड़ी सही जानकारी और धैर्य के साथ कीवी को घर पर भी उगाया जा सकता है। अगर आपको गार्डनिंग का शौक है और कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं, तो कीवी प्लांटेशन आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है।
अगर आपके पास छत, बालकनी या छोटा सा गार्डन है, तो वहां कीवी की बेल आसानी से लगाई जा सकती है। यह बेल वाला पौधा होता है, जिसे सहारे की जरूरत पड़ती है, लेकिन सही मिट्टी, धूप और पानी मिलने पर इसकी ग्रोथ काफी अच्छी होती है। आजकल भारत के कई मैदानी इलाकों में भी लोग कीवी उगा रहे हैं और अच्छे नतीजे देख रहे हैं।
कीवी ठंडे और हल्के गर्म मौसम में सबसे अच्छी ग्रोथ दिखाती है। यही वजह है कि सर्दियों के बाद का समय इसे लगाने के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है। उत्तर भारत और पहाड़ी इलाकों में यह पहले से लोकप्रिय है, लेकिन अब सही देखभाल के साथ मैदानी क्षेत्रों में भी यह पौधा सफलतापूर्वक उगाया जा रहा है।
घर पर कीवी उगाने के लिए सही किस्म का चुनाव बेहद जरूरी होता है। हार्डी कीवी और इस्साई कीवी किस्में घरेलू गार्डनिंग के लिए ज्यादा उपयुक्त मानी जाती हैं। ये किस्में कम तापमान को सहन कर लेती हैं और छोटे स्पेस में भी अच्छी ग्रोथ देती हैं। हमेशा कीवी का पौधा भरोसेमंद नर्सरी से ही लें, ताकि पौधा हेल्दी और फल देने वाला हो।
मिट्टी और गमले का चयन भी कीवी की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाता है। कीवी को हल्की, भुरभुरी और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी पसंद होती है। इसके लिए मिट्टी का मिश्रण ऐसा रखें जिसमें करीब 40 प्रतिशत गार्डन सॉइल, 30 प्रतिशत अच्छी तरह सड़ी गोबर की खाद, 20 प्रतिशत रेत और 10 प्रतिशत कोकोपीट शामिल हो। गमला कम से कम 18 से 24 इंच गहरा होना चाहिए, ताकि जड़ों को फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
धूप और तापमान की बात करें तो कीवी के पौधे को रोजाना लगभग 5 से 6 घंटे की सीधी धूप की जरूरत होती है। बहुत तेज गर्मी में पौधे को हल्की छांव देना बेहतर रहता है, ताकि पत्तियां झुलसें नहीं। 10 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान कीवी की ग्रोथ के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
पानी देने में संतुलन रखना बहुत जरूरी है। कीवी के पौधे को जरूरत से ज्यादा पानी पसंद नहीं होता। मिट्टी जब ऊपर से सूखी लगे, तभी पानी दें। गर्मियों में सप्ताह में दो से तीन बार पानी देना काफी होता है, जबकि सर्दियों में एक से दो बार पानी देना ही पर्याप्त रहता है। गमले या जमीन में पानी जमा होने से जड़ें सड़ सकती हैं, जिससे पौधा खराब हो सकता है।
चूंकि कीवी बेल वाला पौधा है, इसलिए उसे सही सहारा देना बेहद जरूरी होता है। ट्रेलिस, तार या मजबूत स्टैंड की मदद से बेल को ऊपर की ओर बढ़ने दें। समय-समय पर सूखी, कमजोर या बेकार टहनियों की कटाई-छंटाई करते रहें। इससे पौधे की ऊर्जा सही दिशा में लगती है और फल की क्वालिटी बेहतर होती है।
कीवी के पौधे में फल आने में थोड़ा समय लगता है। आमतौर पर पौधा लगाने के 2 से 3 साल बाद फल देना शुरू करता है। हालांकि, नियमित देखभाल, सही खाद और धैर्य के साथ एक ही पौधे से कई किलो तक कीवी हासिल की जा सकती है। घर पर उगी ताजी कीवी न सिर्फ स्वाद में बेहतर होती है, बल्कि यह सेहत के लिए भी ज्यादा फायदेमंद साबित होती है।